ई-कन्टेन्ट निर्माण एवं गुणवत्ता पर राज्य स्तरीय ऑनलाइन फैकल्टी विकास कार्यक्रम का समापन
बीकानेर। काॅलेज शिक्षा निदेशालय जयपुर एवं राजकीय डूंगर महाविद्यालय, बीकानेर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय ऑनलाइन फैकल्टी विकास कार्यक्रम के दूसरे दिन दो सत्रों में प्रशिक्षण कार्य आयोजित किया गया। प्रथम सत्र में जयपुर के डाॅ. आशीष व्यास ने ई-कन्टेन्ट निर्माण के लिए विभिन्न ई-रिर्सोसेस के बारे में बताया डूंगर महाविद्यालय के डाॅ. एस.के. वर्मा ने वीडियों एडिटिंग एवं काॅम्प्रेसिंग पर व्याख्यान दिया, डाॅ. स्मिता शर्मा ने ई – कन्टेन्ट निर्माण में उपयोगी गूगल एप्लिकेशन का सजीव प्रदर्षन किया। चित्तौड़गढ़ के डाॅ. नरेन्द्र गुप्ता ने इन्टर एक्टिव वीडियो मेंकिंग पर चर्चा की, पाली के डाॅ. अपूर्व माथुर ने टीचिंग मैनेजमेन्ट में गूगल क्लासरूम की महत्ता के बारे मे बताया डाॅ. नरेन्द्र भोजक ने ई-कन्टेन्ट निर्माण में नोवेलिटी एवं एथिक्स विषय पर व्याख्यान दिया। कार्यक्रम में 100 प्रतिभागियों ने हेंड्स ऑन ट्रेनिंग एवं इन्टर एक्टिव विधि द्वारा अपनी जिज्ञासाओं को शांत किया।
राज. डूंगर महाविद्यालय बीकानेर प्राचार्य डाॅ. सतीश कौशिक, ने समापन सत्र में उद्बोधन देते हुए कहा कि इस कार्यशाला से उच्च स्तरीय ई-कन्टेन्ट तैयार हो पाएंगे । ऑनलाइन शिक्षण के माध्यम से बनायें जा रहें कन्टेन्ट छात्रों को रूचिकर लगते है। दो दिवसीय कार्यषाला के समापन सत्र मे डाॅ. दीपक मेहरा, सह निदेशक काॅलेज शिक्षा, जयपुर ने कोरोना काल में ई-कन्टेन्ट की महत्ता पर प्रकाश डाला। डाॅ. बी.एल. शर्मा सह निदेशक रूसा, जयपुर ने डूंगर काॅलेज द्वारा किये जा रहें विभिन्न कार्यों की चर्चा की एवं काॅलेज प्रशासन को साधुवाद दिया। नवाचार प्रकोष्ठ के प्रभारी डाॅ. विनोद भारद्वाज ने काॅलेज शिक्षा की और से किये जा रहें विभिन्न प्रयासों की चर्चा करते हुए बताया कि राजकीय महाविद्यालयों के शिक्षकों को ई-कन्टेन्ट तैयार करने के लिए प्रशिक्षण दिलवाये जाने की मुहिम के अन्तर्गत निदेशालय काॅलेज शिक्षा द्वारा 4 बैच लगभग 400 शिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान करवाया जा चुका है। आज राजकीय डूंगर महाविद्यालय, बीकानेर में चतुर्थ प्रशिक्षण आयोजित हुआ। इन प्रशिक्षण कार्यशालाओं का फीडबैक बहुत अच्छा रहा हैं। यह प्रशिक्षण क्षमता विकास एवं गुणवत्ता दक्षता के साथ साथ कौषल विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है। । डाॅ. नरेन्द्र भोजक ने दो दिवसीय कार्यक्रम की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि इस कार्यक्रम राज्य के विभिन्न भागों से 100 प्रतिभागियों ने भाग लिया प्रश्नोत्तर सत्र में 50 से अधिक प्रतिभागियों ने अपनी जिज्ञासायें शांत की एवं कमेन्ट बाॅक्स मे 600 से अधिक संदेश प्राप्त हुए। डाॅ. एस.के. वर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव ज्ञापित किया।