कार सेवकों की तपस्या को मिला सम्मान
बीकानेर। भूख, प्यास की परवाह किए बिना कर्फ्यूग्रस्त अयोध्या में बेखौफ़ होकर जय श्री राम का नाम लेकर प्रवेश कर गये। ये रामजी के सैनिक और कोई नहीं बीकानेर से रवाना हुए कार सेवक थे। सभी कार सेवकों पर बस एक ही धुन सवार थी कि उनके प्रभु श्री राम को उनका घर मिल जाए। हनुमान जी की भांति प्रभु राम के प्रेम में डूबे इन कार सेवकों को लेशमात्र भी थकान महसूस नहीं हो रही थी। अयोध्या पहुंचने पर विवादित ढांचे को जमीन दिखाई। इसके बाद दशकों तक इंतजार के बाद अदालत का फैसला सुकून दे गया। इसके बाद आज 5 अगस्त को आखिरकार वह दिन आ गया जब प्रभु श्री राम को अपना घर मिला और राम भक्तों को उनकी तपस्या का सम्मान मिला। इन कार सेवकों को यह सम्मान दिया पुराना शहर मण्डल ने।
पुराना शहर द्वारा आज राम जन्मभूमि भूमि पूजन के उपलक्ष्य में कार सेवकों का अभिनन्द हुआ जिसमें कारसेवक गेवर जोशी, ओम आचार्य ,सूरज स्वामी, केदार अग्रवाल, सत्य नारायण ,श्रीलाल जोशी, सम्पत पारीक, ब्रह्मदत्त आचार्य, विनोद सेन, अनिल आचार्य , सतीश किराडू, शिव कुमार गोयल , ब्रजमोहन छंगाणी का सम्मान किया गया। इन सब के स्वागत में शहर जिला अध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह उपाध्यक्ष गोकुल जी जोशी , दाऊजी हर्ष विजय जी आचार्य मण्डल अध्यक्ष कमल आचार्य ,भानु व्यास, सत्यप्रकाश व समस्त पुराना शहर मण्डल कार्यकर्ता उपस्थित रहे। पूरा कार्यक्रम दीप प्रज्वलम, महा आरती व आतिशबाजी का आयोजन धूमधाम से मनाया गया।