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अन्तर्राष्ट्रीय वेबिनार में डाॅ. राकेश श्रीवास्तव ने कोविड-19 की जटिलताओं को सरलता से समझाया

कोविड-19 समस्या व समाधान विषय पर अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार

बीकानेर 26 जून। बीकानेर सम्भाग के सबसे बड़े राजकीय डूंगर महाविद्यालय द्वारा आज वेबिनार श्रृंखला के तहत अंतर्राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता एप्लाइड क्लिनिकल इन्यूनोलाॅजिस्ट और नेफ्रोलाॅजी और एफेरेसिस डिवीजन के पूर्व अध्यक्ष एवं वर्तमान में सिएटल, यूएसए में कार्यरत डाॅ. राकेश श्रीवास्तव नेे कोविड- 19 पर विस्तृत व्याख्यान दिया। महाविद्यालय के आन्तरिक गुणवत्ता सुनश्च्यन प्रकोष्ठ और बीकानेर अन्र्तविषयक शोध प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित वेबिनार का उद्द्याटन शुक्रवार को प्राचार्य डाॅ. सतीश कौशिक, डाॅ. शिशिर शर्मा और सहायक निदेशक डाॅ. राकेश हर्ष ने किया। अध्यक्षता डाॅ रविन्द्र मंगल एवं डाॅ. मीरा श्रीवास्तव ने की। वेबिनार का संचालन डाॅ. रवि परिहार द्वारा किया गया ।

स्वागत उद्बोधन में डाॅ. रविन्द्र मंगल ने बीकानेर अन्तरविषयक शोध प्रकोष्ठ की मुख्य गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। प्राचार्य डाॅ. सतीश कौशिक ने अपने संबोधन में इस महामारी के युग में सूचित और सुरक्षित रहने की आवश्यकता व्यक्त की। डाॅ. नरेन्द्र भोजक द्वारा परिचयात्मक नोट प्रस्तुत किया गया।
मुख्य वक्ता डाॅ. राकेश श्रीवास्तव ने कोविड-19 वायरस से संबंधित जटिलताओं को बहुत सरल और स्पष्ट तरीके से समझाया। उन्होंने कैओस की परिभाषा को चित्र और अनुभव के माध्यम से समझाया। साथ ही एनीमेशन, चित्र और वीडियों के माध्यम से कोरोना के बारे में विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की। डाॅ. श्रीवास्तव ने इम्यूनो थेरेपी, सेल थेरेपी, स्टेम सेल थेरेपी, सीएआर-टी सेल्स थेरेपी और नैदानिक कार्यप्रणाली के लिए एफीसिस एप्लिकेशन को समझाया।
वेबिनार में डाॅ. दिव्या जोशी, डाॅ. देवेश खंडेलवाल, डाॅ. एस.के. वर्मा, डाॅ. देवेश सहारण, डाॅ. श्वेता नेहरा, डाॅ. राजेन्द्र पुरोहित सहित महाविद्यालय के लगभग 150 से भी अधिक संकाय सदस्यों एवं शोधार्थियों ने भाग लिया। डाॅ. श्रीवास्वत ने विभिन्न प्रकार के सैनिटईजर और मास्क के उपयोग के बारे मे बताया। उन्होंने सामान्य अल्कोहल पर रबिंग अल्कोहल के अधिमान्य उपयोग के कारणों को समझाया। उन्होंने सेनिटाईजर में एलाय वीरा के उपयोग पर भी जोर दिया। युवा शोधकर्ताओं द्वारा वेबिनार को सक्रिय भागीदारी निभाई गई। डाॅ. हेमेन्द्र सिंह भंडारी ने आभार व्यक्त किया।

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