सर्दी इतनी पड़ी कि बीकानेर में बिक गए सारे रूम हीटर
बीकानेर। इस बार बीकानेर में सर्दी इतनी ज्यादा पड़ी कि बाजार में रूम हीटर आउट आॅफ स्टाॅक हो गए। हालात यह रहे कि पांच साल पुराना स्टाॅक भी खत्म हो गया। इतना ही नहीं जंग लगे रूम हीटर बेहद कम दाम पर बिक गए। कारोबारियों ने बताया कि इस बार समय से पहले एवं कंपकंपी वाली लम्बी अवधि की सर्दी ने हीटर कारोबार में जान फंूक दी। वरना पिछले पांच सालों में हीटर के इक्का दुक्का ग्राहक ही आते थे। कारोबारियों ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस साल रूम हीटर की डबल बिक्री हुई है। कम्पनियां नया उत्पादन नहीं कर रही हैै अब स्थिति यह है कि बाजार में जनवरी के अंतिम सप्ताह से गर्मियों का माल आना शुरू हो जाएगा। जबकि पिछले साल तो दिसम्बर के दूसरे सप्ताह में ही गर्मियों का माल आना शुरू हो गया था।
दो माह में एक करोड़ का कारोबार
कारोबारियों ने बताया कि इस बार की सर्दी ने बीकानेर जिले में एक-दो माह में करीब करीब एक करोड़ के हीटर बिक गए। बाजार में हीटर की 500 रूपए से लेकर 10 हजार रूपए तक की रैंज है। एक राॅड का 400 वाॅट का हीटर महज 500 रूपए में उपलब्ध है। वहीं ब्लाॅअर में एक हजार से दो हजार रूपए की रैंज में उपलब्ध हैं। इसके अलावा चिकित्सकों द्वारा रिकमंड किए जाने वाले आॅयल रेडिएंट भी बिक गए। इनसे दम घुटने की षिकायत नहीं आती।
गीजर भी खूब चला
देषभर में राजस्थान में बिजली के रेट सर्वाधिक है। इसके बावजूद यहां हीटर व गीजर बड़ी मात्रा में बिके। इसकी वजह खासकर बीकानेर में करीब एक सप्ताह तक तापमान 2.6 डिग्री से 9 डिग्री के बीच रहा। कारोबारियों के अनुसार पिछले साल के मुकाबले इस साल 30 प्रतिषत ज्यादा गीजर बिके। बीकानेर के बाजार में इलेक्ट्रीक गीजर 2500 रूपए से 12 हजार रूपए की रैंज में तथा गैस गीजर 2 हजार से 5 हजार 500 रूपए की रैंज में उपलब्ध है।
कारोबारियों का कहना है-
इस बार पूरे नाॅर्दन रीजन में भंयकर कोल्ड वेव चली। इसके चलते हीटर आउट आॅफ स्टाॅक हो गए। ब्रांडेड हीटर तो पहले ही बिक गए। ऐसे में ब्रांडेड लेने वाले कस्टमर भी लोकल लेकर गए हैं। कुछ आजकल कस्टमर सुविधा पसंद हो गए हैं इंतजार नहीं कर सकते। कुछ दिन के लिए स्टाॅक खत्म हो गया था और कस्टमर चक्कर काट रहे थे इसलिए हमें हीटर आउट आॅफ स्टाॅक का बोर्ड लगाना पड़ा। हालात यह है कि आॅयल रेडिएंट भी खत्म हो गए।
– रामकुमार बिहाणी, ग्रेटर राजस्थान इलेक्ट्रिकल, कोटगेट
कभी इतनी सर्दी पड़ती नहीं है इसलिए कम्पनियों के पास भी लिमिटेड स्टाॅक था। दो साल पुराना स्टाॅक भी निकल गया। रोजाना 250 से 300 कस्टमर आते थे सबको मना करना पड़ा। यानि रोजाना लगभग 30 हजार रूपए का नुकसान हो रहा है। अब कम्पनियां नया उत्पादन शुरू नहीं कर रही है। अब तो गर्मियों का माला आने वाला है।
– विषाल सोनी, अन्नपूर्णा इलेक्ट्रीक, विजय शाॅपिंग माॅल के पास
चार दिन पहले यानि एक जनवरी को रूम हीटर आॅउट आॅफ स्टाॅक हो गया था। उस दिन सर्दी भी बहुत थी। कस्टमर बहुत ज्यादा आ रहे थे, लेकिन खाली गए। जबकि पिछले पांच सालों में ऐसा कुछ नहीं था। पिछले सीजन की बात करें तो रोजाना महज एक या दो हीटर की निकलते थे। इस बार स्थिति ठीक रही, लेकिन स्टाॅक के अभाव में कस्टमर खाली जाने का मलाल है।
– रामदेव सोनी, बाबा रामदेव इलेक्ट्रीक, कोटगेट
रूम हीटर बाजार में आसानी से उपलब्ध नहीं हो रहा है। आसाम बंगाल को छोड़ आॅल ओवर इंडिया में सर्दी की स्थिति यह है कि माल मिल ही नहीं रहा। पिछले साल यह स्थिति नहीं थी आसानी से मिल रहे थे हीटर। इस बार तो जंग खाए हुए भी बिक गए। पांच साल पुराना स्टाॅक भी निकल गया। चालु स्थिति में मगर जंग खाए हीटर 200 से 400 रूपए में निकल गए। हैलोजन में बिजली खपत होती है ये 400 से 1200 वाॅट में आते है। ब्लाॅवर में खपत ज्यादा होती है, लेकिन इस बार सभी बिक गए। चार पांच सालों में सेल खराब जा रही थी इसलिए ब्रांडेड कम्पनियों ने उस हिसाब से प्रोडक्षन किया। अभी थोड़ा माल और आएगा क्योंकि फरवरी प्रथम सप्ताह तक सर्दी पड़ेगी। आज भी मौसम बहुत सर्द है।
– सत्यनारायण राठी, राठी फैन इंडस्ट्री, रानीबाजार