प्रवासियों को 17 जून तक मिलेगा खाद्यान्न
उचित मूल्य की दुकानों के मार्फत मिलेगा निःशुल्क गेहूं एवं चना
बीकानेर, 13 जून। जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने बताया कि सरकार द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में जो लोग चयनित नहीं है और जो प्रवासी जिले में आ गए हैं, उन सभी व्यक्तियों को आधार कार्ड या जन आधार कार्ड बताने पर उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से प्रति सदस्य 10 किलो गेहूं और प्रति परिवार 2 किलो चना निःशुल्क वितरण किया जा रहा है। यह राशन दो माह का है।
जिला कलक्टर (रसद) ने बताया कि जिले में अब तक 93 हजार परिवारों का चयन किया गया ह,ै जो नॉन एनएफएसए है। इन परिवारों में कुल सदस्यों की संख्या 3 लाख 21 हजार हैं। इन सभी को 17 जून तक जिले की सभी उचित मूल्य दुकानों पर निःशुल्क राशन सामग्री का वितरण किया जा रहा है। राशन में 10 किलो गेहूं प्रति व्यक्ति के हिसाब से दिया जाएगा तथा 2 किलो चना भी प्रति परिवार दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिस व्यक्ति को भी निःशुल्क राशन लेना हो वह अपना मोबाइल अवश्य साथ लेकर आए क्योंकि मोबाइल पर ओटीपी नंबर आते ही राशन सामग्री संबंधित को दे दी जाएगी। साथ ही जिनके पास अपना जन आधार नंबर अथवा आधार नंबर है वह अवश्य साथ लेकर राशन लेने पहंुचे।


प्रशिक्षु आईएएस को मॉनिटरिंग के लिए लगाया
जिला कलक्टर ने बताया कि लोक डाउन के बाद जिले में आए प्रवासी को राशन मिले इसके लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारी कनिष्क कटारिया को मॉनिटरिंग के लिए लगाया गया है। साथ ही रसद विभाग के अधिकारियों और प्रर्वतन निरीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी बातचीत कर अधिकाधिक लोगों को सरकार की इस योजना का लाभ पहुंचाने में अपनी-अपनी सार्थक भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जनप्रतिनिधियों से संपर्क कर योजना के बारे में विस्तार से उन्हें जानकारी दी जाए ताकि जनप्रतिनिधि आमजन को बता कर नॉन एनएफएसए के लिए चयनित सभी व्यक्तियों को राशन की उपलब्धता अधिक से अधिक करा सके।
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार द्वारा कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत खाद्य सुरक्षा योजना (एनएफएसए) के लाभार्थियों के लिए अप्रैल से जून तक 3 माह के लिए तथा प्रवासियों के लिए मई एवं जून दो माह के लिए गेहूं तथा चना प्रति परिवार निःशुल्क आवंटित किया था।