पदोन्नति आदेश में तिथि अंकन नहीं करने से पात्र शिक्षा अधिकारियों को एक अतिरिक्त वर्ष तक करना पड़ता है पदोन्नति का इंतजार
बीकानेर। राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद् (रेसा) के एक प्रतिनिधि मंडल ने आज शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी को मंत्रालयिक संवर्ग के अधिकारियों को अनुभाग अधिकारी नियुक्त करने संबंधी आदेश प्रत्याहरित करने एवं 2017-18 में पदोन्नत प्रधानाध्यापकों को कार्मिक विभाग के आदेशानुसार 3 वर्ष का अनुभव मानते हुए 2020-21 की DPC में पदोन्नति देने की मांग को लेकर ज्ञापन दिया।
रेसा के जिला अध्यक्ष संदीप जैन ने बताया कि कार्मिक विभाग के आदेशानुसार प्रत्येक कार्मिक की पदोन्नति प्रतिवर्ष 1 अप्रेल को रिक्त होने वाले पदों के विरुद्ध की जाती है, मगर शिक्षा विभाग में काम न करने की प्रवृत्ति के चलते शिक्षा अधिकारियों के पदोन्नति आदेश में तिथि अंकन नही किया जाता। इससे पात्र होते हुए भी शिक्षा अधिकारियों को एक अतिरिक्त वर्ष तक पदोन्नति का इंतजार करना पड़ता है। 2017-18 में पदोन्नत प्रधानाध्यापकों के 3 वर्ष का अनुभव होते हुए भी उनकी पात्रता को न मानने को रेसा ने अनुचित बताते हुए निदेशक से न्याय की मांग की है।
प्रतिनिधि मंडल में जिला महामंत्री कमल कान्त स्वामी सहित मनीराम लेघा, असलम खान, रामप्रताप मीणा, नवरतन, अनिल स्वामी,कांता छाबा, शमीम पड़िहार एवं ललिता वर्मा शामिल थे।