वाह रे प्रशासन बगैर सुरक्षा संसाधनों के इन्हें उतार दिया संक्रमण के सागर में
बीकानेर। कोरोना वायरस के जोखिम के बीच शहर को स्वच्छ रखने वालों के प्रति यहां का प्रशासन कितना गंभीर है यह हमें जवाहर नगर में सड़ांध मारती नाली में उतरें सफाई कर्मियों को देखने में मिला। ये लोग नंगे पांव दलदल में उतर गए। इनके पांव में संक्रमण से बचाव को लेकर खास जूते तक उपलब्ध नहीं करवाए गए।
इसके परिणामस्वरूप वे गंभीर त्वचा रोगों के शिकार हो सकते हैं। इनसे यह रोग इनके परिवार तक को चपेट में ले सकता है। ऐसे में संक्रमण के खतरे से अनजान इन सफाई कर्मियों से पूछा कि क्या प्रशासन ने कोई सुरक्षा संसाधन उपलब्ध नहीं करवाए? इस पर इन सफाई कर्मियों ने कहा कि हमने जूते, सैनेटाइजर, हाथ धोने का साबुन, दस्ताने और मास्क आदि मांगे थे, लेकिन कोई सुनता ही नहीं। यहां तक कि वहां मौजूद जमादार ने भी ऐसी ही मजबूरी जताई। सफाई कर्मियों ने बताया कि हमें तो नौकरी करनी है इसलिए ऐसा करना हमारी मजबूरी है।
सफाईकर्मी स्वास्थ्य कर्मियों की तरह भले ही संक्रमित मरीजों के संपर्क में सीधे न आते हों, लेकिन वे उनके अपशिष्टों के संपर्क में तो आते ही हैं। उनके भी संक्रमित होने का उतना ही जोखिम रहता है जितना कि किसी स्वास्थ्यकर्मी के। लेकिन शहर में सफाईकर्मी हाशिए पर हैं। उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
ऐसा प्रतीत होता है कि हमारे यहां का नगर निगम प्रशासन यह मान बैठा है कि ये सफाईकर्मी जन्मजात “जर्म प्रूफ” होते हैं और उन्हें किसी प्रकार के संक्रमण से कोई खतरा नहीं है। तभी कोरोना जैसी गंभीर बीमारी के दौर में इन सफाई कर्मियों के स्वास्थ्य को लेकर लापरवाही बरती जा रही है। देखें वीडियो