कल्ला जी, आर्थिक तंगहाली में कैसे भरेंगे बिजली का बिल
बिजली,पानी की समस्याओं को लेकर भाजपा नेताओं ने कल्ला को दिया ज्ञापन
बीकानेर। बिजली कंपनी द्वारा 31 मई 2020 के बाद बिजली बिल पर मूल राशि पर 2 प्रतिशत पेनल्टी, बिलों का जमा नही करने पर कनेक्शन काटने, बीकानेर में पेयजलापूर्ति, अभियांत्रिकी महाविद्यालय में वेतन नही मिलने जैसे विषयों को लेकर भाजपा ने ऊर्जा मंत्री को ज्ञापन सौंपा। भारतीय जनता पार्टी बीकानेर के जिला अध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह के नेतृत्व में आज एक प्रतिनिधि मंडल कैबिनेट मंत्री डॉ बी. डी. कल्ला से मिल कर ज्ञापन प्रदान किया। भाजपा नेताओं ने एक स्वर से कहा कि पूरे देश में कोरोना महामारी के संकट के कारण लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है। इससे बीकानेर शहर भी अछूता नहीं है। आम व्यक्तियों के कामकाज पर प्रभाव पड़ा है। दैनिक मजदूर, दुकानदार, लघु व्यवसाई, लघु उद्योग धंधों में कार्यरत श्रमिकों आदि को आर्थिक तंगी एवं बदहाली का सामना पड़ रहा है। इन सब के बावजूद बीकानेर की बिजली कंपनी द्वारा उपभोक्ताओं को बिजली के बिल के भुगतान करने को लेकर दबाव बना रही है जबकि वस्तुस्थिति यह है कि आर्थिक तंगी खस्ताहाल स्थिति के कारण शहर के अधिकांश परिवार बिजली के बिल जमा करवाने में असमर्थ हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 2 माह से किसी भी प्रकार की मीटिंग रीडिंग नहीं ली गई है, ना ही बिजली के बिल भेजे गए हैं। इसके बावजूद भी कंपनियां मोबाइल पर राशि जमा करवाने का एकतरफा दबाव बनाने में लगी हुई है जो एक तरह की मानसिक उत्पीड़न है। ज्ञापन में यह भी मांग की गई है कि सरकार किसी भी गरीब पिछड़े, दलित ,मध्यमवर्गीय आभाव ग्रस्त परिवारों के कनेक्शन नहीं काटे अन्यथा भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को सड़कों पर विरोध स्वरूप उतारना पड़ेगा। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व शहर जिला अध्यक्ष डॉ सत्यप्रकाश आचार्य ने कहा कि सरकार को आगे बढ़कर जनता को राहत देने का कदम उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिल में जुड़कर आने वाले फिक्स्ड चार्जेस जो लगभग 28 से 30% तक है उसमें भी छूट दी जा सकती है। स्थिति बेहद खराब है अतः जनता को हर हाल में राहत देने की जरूरत है। महामंत्री मोहन सुराणा ने कहा की कोरोना संकट से व्यापारी जिन्होंने लॉक डाउन में 1 दिन भी दुकान को नहीं खोला है उन्हें एवरेज बिल की जबरदस्त मार को झेलना पड़ रहा है जो कि बेहद अमानवीय एवं औचित्यहीन है।
जस की तस पेयजल समस्या
पेयजल संबंधी मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी शहर जिला अध्यक्ष ने कहा कि अमृत जल मिशन के तहत केंद्र सरकार द्वारा 35 करोड़ की राशि उपलब्ध कराई गई थी जो अभी तक खर्च नहीं की गई है। विभाग मात्र 50% राशि का ही उपयोग कर पाया है। अमृत योजना के तहत 2 बस्तियों विशेष रूप से सुभाषपुरा एवं इंदिरा कॉलोनी में 24 घंटे पेयजल पहुंचाने की योजना अभी तक क्रियान्वित नहीं हुई है। बनाई गई पानी की टंकी में लीकेज मिला है जिससे कि टंकी की उपयोगिता में संदेह खड़ा हो गया है। बस्ती की सड़कें खुदी पड़ी है, पानी की पाइप लाइन भी ठीक से नही डाली गई है। कार्ययोजना का समय भी पूरा हो गया है, लेकिन पाइप लाइन में पानी का दूर तक नामों निशान नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया की अमृत योजना की धनराशि का समुचित उपयोग ठीक से नही किया जा रहा है। भीषण गर्मी में पेयजल संकट जस का तस खड़ा है।
ईसीबी कार्मिकों के वेतन का उठाया मुद्दा
पार्टी ने तीसरे ज्ञापन के माध्यम से अभियांत्रिकी महाविद्यालय में कर्मचारियों को 4 माह से वेतन नही मिलने का मुद्दा उठाया। भाजपा जिला अध्य्क्ष अखिलेश प्रताप सिंह ने बीकानेर अभियांत्रिकी महाविद्यालय में गत 4 माह से व्याख्याताओं और कर्मचारियों को वेतन नही मिलने का मुद्दा उठाया और शीघ्र निराकरण की मांग की। जिस पर मंत्री कल्ला ने निराकरण का आश्वाशन दिया।
भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधि मंडल में उपाध्यक्ष अशोक प्रजापत, पूर्व नेता प्रतिपक्ष भानु व्यास, अनिल शुक्ल, अरुण जैन, मंडल अध्य्क्ष नरसिंह सेवग, विनोद करोल, संजय गुप्ता आदि शामिल हुए।