तालाब खोदने वालों को पानी का अभाव
– मनरेगा कार्य स्थल पर पानी-छाया की हो उचित व्यवस्था-भाटी
– कोलायत क्षेत्र में 20 करोड़ राशि के कार्य स्वीकृत
बीकानेर। उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कोलायत पंचायत समिति गांवों में मनरेगा के तहत चल रहे कार्यों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कोलायत उपखण्ड अधिकारी प्रदीप कुमार चाहर, विकास अधिकारी दिनेश सिंह भाटी, ब्लाॅक सीएमओ डाॅ. अनिल वर्मा सहित जनप्रतिनिधियों के साथ दरबारी, मोडिया मानसर ,गंगापुरा ,सूरजड़ा मंे पुरानी नहर की खुदाई व तालाब खुदाई के चल रहे विभिन्न कार्यों का निरीक्षण किया।
उच्च शिक्षा मंत्री ने विकास अधिकारी को निर्देश दिये कि कार्य स्थल पर श्रमिकों के लिए पर्याप्त मात्रा में पेयजल एवं छाया की व्यवस्था कराए। उन्होंने निर्देश दिये कि मनरेगा के तहत अधिक से अधिक व्यक्तियों को नियोजित करे। साथ ही उन्होंने निर्देश दिये कि मनरेगा श्रमिकों को शीघ्रातिशीघ्र भुगतान कराना सुनिश्चित करें। श्रमिकों के काम मांगने के बावजूद नियोजन में लापरवाही बरतने वाले कार्मिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
सभी को रोजगार मिले
भाटी ने कहा कि विधान सभा क्षेत्र कोलायत में सभी जरूरतमंद लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिये महानरेगा के तहत प्रत्येक ग्राम में कार्य स्वीकृत करवाये तथा सभी पात्र लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाने की व्यवस्था करे।
उच्च शिक्षा मंत्री भाटी ने मनरेगा कार्य स्थल पर काम कर रहे श्रमिकों से बात-चीत की और उनके हाल-चाल पूछे। उन्होंने उनकी समस्याओं के बारे में जाना और पूछा कि उन्हें किसी प्रकार की समस्या तो नहीं है। उन्होंने कहा कि वे कोरोना महामारी के चलते सदा मास्क का उपयोग करें, अपने हाथ बार-बार धोए तथा कार्य स्थल पर सामाजिक दूरी बनाये रखे। इस दौरान कोरोना महामारी से सावधानी बरतने का भी उन्होंने जिक्र किया। उन्होंने कोरोना संक्रमण की रोकथाम में भागीदारी निभाने का आह्वान करते हुए कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग की पालना व मास्क का उपयोग करे तथा उपलब्ध साबुन से स्वयं बार-बार हाथ धोने तथा परिजनों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
अभाव-अभियोग सुने
मोडिया मानसर के माॅडल तालाब की खुदाई के दौरान उन्होंने ग्रामीणों के अभाव-अभियोग भी सुने। ग्रामीण महिलाओं ने उन्हें बताया कि पाइप लाइन के अभाव में उनके गांव में पानी की समस्या बनी हुई है। अतः पेयजल लाइन का कार्य करवाएं ताकि ग्रामीणों को पेयजल आसानी से सुलभ हो सके। साथ उन्होंने गांव की स्कूल को क्रमोन्नत करवाने तथा सड़क का निर्माण करवाने की मांग रखी। इस पर उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि ग्रामीणों की इन मांगों पर सकारात्मक निर्णय लिया जाएगा। मौके पर उन्होंने उपखण्ड अधिकारी को निर्देश दिए कि जिन गांवों में पेयजल की समस्या है, वहां टैंकर के माध्यम से पानी पहंुचाया जाए। उन्होंने कहा कि जिन गांवों में मनरेगा में कार्य नहीं चल रहे हैं, उनमें कार्य स्वीकृत करवाते हुए लोगों को रोजगार दिया जाए।
राज्य में मनरेगा 30 लाख श्रमिक नियोजित-
उच्च शिक्षा मंत्री भाटी ने कहा कि राजस्थान में 30 लाख से भी ज्यादा श्रमिक मनरेगा में नियोजित किए गए हैं। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की सोच है कि गांव के व्यक्ति को गांव में ही रोजगार मिले। इसी सोच के साथ बीकानेर जिले में बड़ी संख्या में मनरेगा में कार्य स्वीकृत किए गए हैं।
कोलायत विधान सभा क्षेत्र में 35 हजार श्रमिक नियोजित
भाटी ने कहा कि कोलायत विधानसभा क्षेत्र के हर राजस्व गांव में मनरेगा में कार्य चल रहे हैं। कोलायत विधानसभा क्षेत्र में 1491 कार्यों पर करीब 35000 श्रमिक रोजगार प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोलायत क्षेत्र में 20 करोड़ राशि के कार्य स्वीकृत हुए है। साथ ही बड़ी संख्या में नए कार्य भी इस योजना के तहत स्वीकृत किए जाएंगे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मुख्यमंत्री की सोच के अनुसार मनरेगा के ज्यादा से ज्यादा कार्य स्वीकृत कराए और जहां ज्यादा जरूरत है वहां पहले कार्य स्वीकृत कर रोजगार दिया जाए।
प्रवासियों के जाॅब कार्ड बनाएं-उन्होंने कहा कि जो बाहर से प्रवासी आए हैं, जिनकी जॉब कार्ड नहीं बने हैं, ऐसे लोगों के तत्काल जॉब कार्ड बनाने के उन्होंने विकास अधिकारी को निर्देश दिए। कोरोना वायरस संक्रमण (कोविड-19) की महामारी की वजह से आमजन की आर्थिक स्थिति पर विपरित प्रभाव पड़ा है। अतः गांव में ही व्यक्तियों, परिवारों को रोजगार दिया जा रहा है। साथ ही लाॅक डाउन के दौरान कोई भी व्यक्ति भूखा नही सोए, इसके लिए जरूरमंदों को खाद्यान्न की आपूर्ति सुनिश्चित की गई है। लोगों को चिकित्सा सुविधा, पानी-बिजली की आपूर्ति के भी प्रयास किए जा रहे हैं। किसी भी व्यक्ति को तकलीफ नहीं होने दी जाएगी।