अस्पतालों को मिलेंगे दंत चिकित्सक तभी तो मुस्कराएगा इंडिया, सीएम साहब शीघ्र शुरू करों भर्ती
बीकानेर। वर्तमान दौर में दंत रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन सरकारी अस्पतालों में दंत चिकित्सकों की कमी के चलते रोगियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। वहीं दूसरी ओर प्रदेश में बड़ी संख्या में दंत चिकित्सक बेरोजगार बैठे हैं। ऐसे में राज्य सरकार द्वारा दंत चिकित्सकों की शीघ्र भर्ती नहीं करना समझ से परे हैं। हाल ही में अखिल राजस्थान दंत चिकित्सक संघ ने मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री से दंत चिकित्सकों की नियुक्ति की मांग की है। इस संबंध में संगठन ने जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। बीकानेर जिलाध्यक्ष डॉ. प्रियंका सोनी व उपाध्यक्ष डॉ. गर्विता सोनी ने बताया कि राज्य में 480 दंत चिकित्सकों के पद सृजित करने की बजट में घोषणा की गई थी। प्रदेश में रजिस्टर्ड आठ हजार दंत चिकित्सकों में से चार हजार से अधिक बेरोजगार है। इसके लिए प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में दंत चिकित्सक का पद सृजित किया जाए। इसमें कोरोना महामारी में सरकार को भी मदद मिल सकेगी। डाॅ. सोनी ने बताया कि राजस्थान में 15 दंत चिकित्सालय संस्थान क्रियान्वित है जिसमें 99% संस्था निजी स्वामित्व के अंतर्गत एवं महज 1% सरकार द्वारा संचालित है व उनके द्वारा हर साल उत्तीर्ण होने वाले पंद्रह सौ दंत चिकित्सकों में किसी भी तरह सरकारी पदों पर चयन न होने का मौका नहीं मिलने पर गहरा असंतोष एवं निराशा की भावना पनप रही है। ज्ञापन देने वालों में डॉ. मनीष प्रजापत, डॉ. निरूपमा रंगा, डॉ. अंकन सक्सेना, डॉ. मृदुल, डॉ. चारू व डॉ. जेबा शामिल थे।