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हाइवे पर मरे हुए जानवर का मांस खाने को विवश भूखा युवक, एक नेक इंसान का पसीजा दिल, खिलाया खाना

प्रद्युम्न सिंह नरूका से द इंडियन डेली की खास बातचीत – भूखा युवक

Bikaner News .राजस्थान के शाहपुरा में दिल्ली जयपुर नेशनल हाइवे पर इंसानियत तब शर्मशार हो गयी जब एक भूखा युवक मरे हुए जानवर को खाने को मजबूर हो गया । इससे बड़ी बात कि किसी भी इंसान ने अपनी गाड़ी रोक कर उसकी मदद करना मुनासिब नही समझा। इसी दौरान जयपुर के एक कारोबारी प्रद्युम्न सिंह नरुका वहां से निकल रहे थे कि उनकी नजर सड़क पर जानवर का मांस खाते युवक पर पड़ी। उन्होंने उसको देखा तो उनकों शाॅक सा लगा।

वो एक बार रुके और 200 मीटर आगे चले गए, लेकिन मन नहीं माना और वापस बैक हुए। फिर उस युवक से बात कर उसको स्वयं का खाना दिया। बाद में प्रद्युमन सिंह नरूका ने उस युवक की मांग पर कुछ पैसे भी दिए प्रदुमन सिंह नरूका ने द इंडियन डेली को बताया कि वह युवक भूख से बेहाल था और पता नहीं जानवर शायद कुत्ते या किसी मृत पशु का मांस खा रहा था। अब ऐसे हालात में मुझ से अपना लंच तो खाया नहीं जा सकता, फिर मैंने उसको खाना दिया। इस पर उसने कहा कि टिफ़िन वापस देना है क्या। तब लगा वह होशो हवाश में है।

इस बीच नरूका द्वारा इस भूख से पीड़ित को खाना पानी देने की घटना को कुछ ग्रामीण दूर से देख कर मोटिवेट हुए और उनके पास आए और बोले सर, आप इतने बड़े आदमी हो, रूके भी हो, और कोई रूक भी नहीं रहा है। तो नरूका ने बताया कि मैंने मौजूद ग्रामीणों से कहा कि आपको लगता है कि मैंने कोई अच्छा काम किया है तो आप इसकी मदद करो, मुझे तो यहां के प्रशासन की जानकारी नहीं है। आप लोकल हो इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दें ताकि इसकी कुछ मदद हो सके।  ग्रामीणों ने बोला हम देख लेंगे।

नरूका ने बताया कि मेरा मुख्य मोटीव तो उस व्यक्ति को हाइवे से हटाना था ताकि वह किसी भारी वाहन की चपेट में न आ जाए। फिर उसे सड़क किनारे बुलाकर खाना दिया तो मन को कुछ शुकून महसूस हुआ। सही भी है नरूका का कोरोना संक्रमण के इस माहौल में भूख से पीड़ित किसी इंसान को अपना खाना खिलाना बेहद प्रेरणादायक है। इससे जाहिर होता है कि देश में ऐसे मददगार हो तो कोई भी भूखा नहीं रह सकता। नरूका का यह सेवा कार्य आमजन को बड़ी सीख दे रहा है।  देखें वीडियो

भूखा युवक

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