कल से खुलेगी अनाज मंडियां, टैक्स नहीं देने पर हो रहा है विचार
बीकानेर। राजस्थान की मंडियों पर लगाए गए 2% कृषि कल्याण फीस के विरोध स्वरूप बीकानेर सहित प्रदेश की 247 मंडियां पिछले 15 दिनों से हड़ताल पर चल रही हैं। श्री बीकानेर कच्ची आढ़त व्यापार संघ के संरक्षक मोती लाल सेठिया एवं मंत्री नंदकिशोर राठी ने संयुक्त रूप से बताया कि इस टैक्स को लगा कर क्या वास्तव में हमारी सरकार यही चाहती है कि मंडिया बर्बाद हो, मंडियों के बाहर बिना कर वंचना का व्यापार हो, प्रदेश की कृषि उपज दूसरे पड़ोसी राज्यों में जाएं तथा कालाबाजारी व भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिले, प्रदेश के कृषि आधारित उद्योग बंद हो। इसलिए संगठन ने सरकार की भावनाओं को समझते हुए अपनी मंडियों को किसानों व श्रमिकों के प्रति संवेदना रखते हुए खोलने का निर्णय लिया है। क्योंकि हमारा किसान व श्रमिक इस हड़ताल को और झेल नहीं सकता, किसानों को इस समय मूंगफली बिजाई करनी बहुत जरूरी है और श्रमिकों के आगे रोजी-रोटी का संकट हैं तथा पलायन करने को विवश है। इसलिए कल 21 मई से मंडी सुचारू रूप से चालू करने का निर्णय लिया गया है। कृषि कल्याण फीस का विरोध जारी रहेगा। समय रहते सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो अब मंडी व्यापारी मंडी शुल्क, कृषि कल्याण फीस, जीएसटी व अन्य कर सरकारी खजाने में जमा नहीं करवाने पर विचार कर सकते हैं।