अब क्वारन्टाईन केन्द्रों के मरीजों की हर रोज स्क्रीनिंग व काउंसिलिंग करना जरूरी
जयपुर। प्रदेश में कोविड-19 से संक्रमित मरीज के संपर्क में आए व्यक्तियों को कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने व संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने के लिए होम क्वॉरेंटाइन के साथ-साथ जिलों में स्थापित संस्थागत क्वॉरेंटाइन केंद्रों में क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है। इसे लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने बीते बुधवार को आदेश जारी किए हैं। उन्होंने बताया कि इन केंद्रों में क्वॉरेंटाइन किए जा रहे व्यक्तियों को विभिन्न मानसिक रोगों जैसे चिंता, अवसाद आदि से बचाए रखना तथा इन व्यक्तियों के स्वास्थ्य एवं सुदृढ मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखना बेहद जरूरी है। स्टेट नोडल ऑफिसर राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, राजस्थान को निर्देशित किया जाता है कि वे विभिन्न जिलों में स्थापित संस्थागत क्वारन्टाईन केंद्रों में क्वारन्टाईन किए गए व्यक्तियों की विभिन्न मानसिक रोगों जैसे चिंता, अवसाद आदि से बचाने के लिए तथा इन व्यक्तियों के स्वास्थ्य एवं सुदृढ़ मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए जिला नोडल ऑफिसर एनएमएचपी/ जिला प्रभारी एनएमएचपी के माध्यम से प्रतिदिन स्क्रीनिंग, काउंसलिंग एवं आवश्यक होने पर उपचार किया जाना सुनिश्चित कराएं। स्क्रीनिंग, काउंसलिंग व उपचार के दौरान कोविड-19 संक्रमण से बचाव हेतु समस्त आवश्यक सुरक्षात्मक उपायों की पालना सुनिश्चित की जाए। क्वॉरेंटाइन किए गए व्यक्तियों की स्क्रीनिंग, काउंसलिंग व उपचार की सूचना प्रतिदिन शाम 5 बजे तक परियोजना निदेशक एनएचएम के माध्यम से राज्य सरकार को भिजवाया जाना सुनिश्चित कराएं।