चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी : डिस्टिंक्शन के साथ डिग्री, अंजली बनीं बीकानेर की शान
बीकानेर। बीकानेर की होनहार बेटी अंजली व्यास ने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, मोहाली से बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (बीएफए ) की डिग्री डिस्टिंक्शन के साथ उत्तीर्ण कर अपने परिवार और शहर का नाम रोशन किया है। अंजली ने एप्लाइड आर्ट्स में विशेषज्ञता के साथ यह चार वर्षीय प्रोफेशनल कोर्स वर्ष 2021 में प्रारंभ कर 2025 में सफलतापूर्वक पूर्ण किया। अंजलि को बुधवार को यूनिवर्सिटी में आयोजित ‘एनुअल कॉनवोकेशन-2025’ कार्यक्रम में बीएफए की डिग्री और डिस्टिंक्शन सर्टिफिकेट प्रदान किया गया।


अंजली व्यास ने अपनी कड़ी मेहनत, रचनात्मक सोच और निरंतर अभ्यास के बल पर 8.63 सीजीपीए के साथ फर्स्ट डिवीजन विद डिस्टिंक्शन प्राप्त किया। उल्लेखनीय उपलब्धि यह भी रही कि वे डिपार्टमेंट ऑफ फाइन आर्ट्स में टॉप फाइव में रहीं, जबकि एप्लाइड आर्ट्स स्पेशलाइजेशन में टॉप-2 स्थान हासिल किया।
बीएफए (एप्लाइड आर्ट्स) पाठ्यक्रम के अंतर्गत विजुअल कम्युनिकेशन, डिजाइन थिंकिंग, इलस्ट्रेशन, एडवरटाइजिंग डिजाइन और क्रिएटिव प्रॉब्लम सॉल्विंग जैसे विषयों पर विशेष फोकस रहता है। अपने शैक्षणिक सफर के दौरान अंजली ने न केवल तकनीकी दक्षता दिखाई, बल्कि रचनात्मकता और प्रैक्टिकल अप्रोच से भी शिक्षकों को प्रभावित किया।

अंजलि की इस सफलता में उनकी शिक्षिका शैना सिंह का विशेष मार्गदर्शन और सहयोग रहा, जिनके निर्देशन में अंजली ने अपने कौशल को और निखारा तथा उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
अंजली ने सफलता का श्रेय पापा राजेश रतन व्यास और मम्मी सरिता व्यास की प्रेरणा और दादा प्रेम रतन व्यास व दादी स्व. पुष्पा रानी व्यास के आशीर्वाद को दिया हैं। उनकी इस उपलब्धि पर परिवार, रिश्तेदारों, शिक्षकों एवं शुभचिंतकों में हर्ष का माहौल है और सभी ने उन्हें उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
बीकानेर की सोफिया स्कूल की स्टूडेंट रही अंजली व्यास की यह सफलता बीकानेर और राजस्थान के उन युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है, जो फाइन आर्ट्स और क्रिएटिव प्रोफेशनल फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं। परिवार ने विश्वास जताया है कि अंजली आने वाले समय में एप्लाइड आर्ट्स के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छुएंगी और अपनी अलग पहचान बनाएंगी।


