लक्ष्मीनाथ टंकी के नजदीक तीन माह से व्यर्थ बह रहा हजारों गैलन पानी, पास में दफ्तर, जिम्मेदार मौन
बीकानेर। शहर में एक ओर जल संकट गहराता जा रहा है, वहीं दूसरी ओर जिम्मेदारों की लापरवाही से पेयजल की भारी बर्बादी हो रही है। पूर्व पार्षद किशोर आचार्य ने बताया कि लक्ष्मीनाथ टंकी के पास पिछले करीब तीन माह से हजारों गैलन पानी लगातार व्यर्थ बह रहा है, लेकिन इसे रोकने के लिए अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।

हैरानी की बात यह है कि लक्ष्मीनाथ टंकी के भीतर ही जलदाय विभाग के सहायक अभियंता (AEN) और कनिष्ठ अभियंता (JEN) का कार्यालय स्थित है। अधिकारी रोजाना वहीं बैठते हैं, इसके बावजूद पानी के इस खुले बहाव पर न तो संज्ञान लिया गया और न ही मरम्मत के आदेश दिए गए।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार संबंधित कर्मचारियों और अधिकारियों को मौखिक रूप से जानकारी दी गई, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। लगातार बहते पानी से सड़कें खराब हो रही हैं, आसपास की गंदगी बढ़ रही है और स्वच्छता व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है।
शहर में नियमित जलापूर्ति को लेकर आमजन पहले से परेशान हैं। कई इलाकों में पानी सीमित समय के लिए ही मिल रहा है, ऐसे में लक्ष्मीनाथ टंकी के पास इस तरह हजारों गैलन पानी का व्यर्थ बहना जलदाय विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है।
अब देखना यह है कि जिम्मेदार अधिकारी इस गंभीर लापरवाही पर कब जागते हैं और पानी की बर्बादी रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाते हैं या नहीं।

