बीकानेर में रक्त चरित्र पर होगी बड़ी चर्चा, जुटेंगे देशभर के रक्त विशेषज्ञ

हीमेटोलॉजी एवं बोन मैरो पर राष्ट्रीय सम्मेलन
बीकानेर। आचार्य तुलसी रीजनल कैंसर ट्रीटमेंट एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, पीबीएम अस्पताल परिसर, बीकानेर की ओर से हीमेटोलॉजी एवं बोन मैरो ट्रांसप्लांट पर एक भव्य राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन 15 नवम्बर से किया जा रहा है। दो दिवसीय यह कॉन्क्लेव देशभर के 300 से अधिक विशेषज्ञों की भागीदारी में आयोजित होगा। सम्मेलन में प्लेटलेट्स की कमी, बोन मैरो जांच, ब्लड कैंसर की शीघ्र पहचान तथा गर्भावस्था में हीमेटोलॉजिकल जटिलताओं जैसे विषयों पर गहन चर्चा होगी।
आयोजन सचिव डॉ. पंकज टांटिया ने बताया कि यह सम्मेलन रेजिडेंट डॉक्टर्स, प्रैक्टिसिंग चिकित्सकों और मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए नवीनतम शोध और अपडेट्स की जानकारी प्रदान करने का एक अनूठा मंच साबित होगा। उन्होंने बताया कि आयोजन समिति ने इस कॉन्फ्रेंस को सफल बनाने के लिए लगातार प्रयास किए हैं, जिससे बीकानेर एक बार फिर हीमेटोलॉजी के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर केंद्र बिंदु बनेगा।
डॉ. टांटिया ने बताया कि सम्मेलन के दूसरे दिन 16 नवम्बर को विशेष वर्कशॉप आयोजित की जाएगी, जिसमें बोन मैरो स्लाइड जांच, इंटरप्रिटेशन और ब्लड कैंसर की शीघ्र रिपोर्टिंग पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि “कैंसर ट्रीटमेंट में हर दिन नई जानकारी सामने आ रही है। एचबी से संबंधित इस कॉन्फ्रेंस में देश के बड़े रक्त रोग विशेषज्ञ अपने अनुभव साझा करेंगे।”
सम्मेलन के प्रमुख आकर्षण के रूप में भारत के प्रसिद्ध हीमेटोलॉजिस्ट एवं रक्त कैंसर विशेषज्ञ डॉ. एम.बी. अग्रवाल (मुंबई) विशेष व्याख्यान देंगे। वे प्लेटलेट्स की कमी पर विस्तार से प्रकाश डालेंगे, जो ऑपरेशन या प्रसूति के दौरान जटिलताओं का कारण बनती है। वे जीवनशैली, आहार, दवाओं और जोखिमों से बचाव पर चर्चा करेंगे।
इसके अलावा, पैथोलॉजी की प्रसिद्ध पुस्तकों के लेखक डॉ. तेजिंदर सिंह बोन मैरो जांच और ब्लड कैंसर की शीघ्र पहचान पर व्याख्यान देंगे और बताएंगे कि ‘टाइम इज लाइफ’ इस क्षेत्र का मूल मंत्र क्यों है।
विशेषज्ञ पैनल में डॉ. राहुल भार्गव (गुड़गांव फोर्टिस) शामिल होंगे, जिन्होंने एक हजार से अधिक बोन मैरो ट्रांसप्लांट किए हैं। वे गर्भावस्था में हिमेटोलॉजिकल समस्याओं पर बोलेंगे। साथ ही डॉ. पायल मल्होत्रा, डॉ. सत्येंद्र कटेवा, डॉ. सियाराम डिडेल (जोधपुर), डॉ. राहुल कुमार राय, डॉ. हेमा, डॉ. अतुल तिवारी, डॉ. विष्णु शर्मा, डॉ. श्याम अग्रवाल जैसे विशेषज्ञ भी अपने विचार साझा करेंगे।
एसपी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल एंड कंट्रोलर डॉ. सुरेंद्र कुमार वर्मा ने कहा, “यह सम्मेलन बीकानेर को हीमेटोलॉजी के क्षेत्र में राष्ट्रीय मानचित्र पर स्थापित करेगा और मरीजों के इलाज में नई दिशा देगा।”
पीबीएम अस्पताल अधीक्षक डॉ. बी.सी. घीया ने कहा कि “यह आयोजन स्थानीय चिकित्सकों के लिए सीखने का सुनहरा अवसर है, जो क्षेत्रीय चिकित्सा को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।”
आयोजन समिति अध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र बेनीवाल ने कहा, “हीमेटोलॉजी एवं बोन मैरो जैसे जटिल विषयों पर देश के शीर्ष विशेषज्ञों का एक मंच पर आना बीकानेर के लिए गौरव की बात है।”
कैंसर हॉस्पिटल की निदेशक डॉ. नीति शर्मा ने कहा,
“यह कॉन्फ्रेंस ब्लड कैंसर और संबंधित बीमारियों के उपचार में नई दिशा प्रदान करेगी। बीकानेर में इसका आयोजन मरीजों के लिए वरदान साबित होगा।”
संरक्षक डॉ. रेखा आचार्य, सह-सचिव डॉ. रीतिका अग्रवाल एवं डॉ. आयुषी श्रीवास्तव के विशेष योगदान की सराहना की गई। डॉ. टांटिया ने बताया कि डॉ. रंजीत ने वर्कशॉप और सेशनों को प्रभावी बनाने में अहम भूमिका निभाई।
बोन मैरो ट्रांसप्लांट के दौरान ब्लड बैंक इंचार्ज डॉ. नौरंग लाल महावर और डॉ. अरुण भारती का अनुभव भी इस कॉन्फ्रेंस में उपयोगी रहेगा।
इस राष्ट्रीय सम्मेलन के आयोजन से बीकानेर की चिकित्सा सेवाओं को नई दिशा मिलेगी और हिमेटोलॉजी एवं बीएमटी क्षेत्र में शहर की प्रतिष्ठा और अधिक मजबूत होगी।

