रेसला ने की प्रधानाचार्य पदोन्नति में सँख्यात्मक अनुपात लागू करने की मांग
बीकानेर। राजस्थान शिक्षा सेवा प्राध्यापक संघ (रेसला) बीकानेर के एक प्रतिनिधिमंडल ने बीकानेर मंडल महामंत्री शिवशंकर चौधरी की अगुवाई में जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम को मुख्य मंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया।
जिलामंत्री जगदीश पँचारिया ने बताया कि राजस्थान स्कूल शिक्षा में प्रधानाचार्य विभागीय पदोन्नति के नियमो को समय के साथ अपडेट किया जाए। अभी तक प्रधानाचार्य कि पदोन्नति में प्राध्यापक व सेकंडरी प्रधानाध्यापक दोनों ही पदो से संख्यात्मक अनुपात के आधार पर पदोन्नति की जाती है उसका अनुपात 67:33 निर्धारित है। यह अनुपात जब निर्धारित किया गया था तब प्रदेश में व्याख्याताओं कि संख्या 23 हजार व प्रधानाध्यापको की संख्या 9 हजार थी, किंतु वर्तमान में यह संख्या प्रदेश में व्याख्याता 54 हजार व प्रधानाध्यापक 3500 हो गई है।
जिलाध्यक्ष गिरधारी गोदारा ने कहा कि उपरोक्त अनुपात न्याय संगत नहीं है इसे व्याख्याताओं कि संख्या बढ़ाने के कारण अपडेट किया जाना जरूरी है। इस कारण जब प्रति सत्र की विभागीय पदोन्नति होती है तो प्रधानाध्यापक के कोटे में ज्यादा पद आते है और प्रधानाध्यापकों के पद की उपलब्धता नहीं होने के कारण राज्य के कई विद्यालयों में प्रधानाचार्य का पद खाली रह जाता है और विद्यालयों का कुशल संचालन प्रभावित होता है।
यदि इस अनुपात को समयानुसार व्याख्याताओं की संख्या को देखते हुए अपडेट कर दिया जाए तो किसी प्रकार का कोई वित्तीय भार भी नहीं पड़ेगा ओर स्कूलों के पद भी भर जाएंगे। इसलिए रेसला बीकानेर मुख्य मंत्री से ज्ञापन के माध्यम से पदोन्नति में अनुपात बढ़ाने का आग्रह करता है।
प्रतिनिधि मंडल में जिला मंडल मंत्री शिवशंकर चौधरी, जिलामंत्री जगदीश पँचारिया, सभाध्यक्ष प्रमोद मिश्रा व ब्लॉक मंत्री मोहम्मद मूसा शामिल हुवे।