आनापान सती ध्यान से मिला मानसिक शांति का संदेश
बीकानेर। आधुनिक जीवन की भागदौड़ और तनाव से जूझ रहे लोगों को आंतरिक शांति दिलाने के उद्देश्य से बीकानेर महेश्वरी महिला समिति की ओर से डागा चौक स्थित महेश भवन में आनापान सती ध्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया।



कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए समिति प्रदेश अध्यक्ष निशा झंवर ने बताया कि इस विशेष सत्र का उद्देश्य लोगों को तनाव मुक्त कर मानसिक शांति एवं आंतरिक आनंद दिलाना था।
कार्यक्रम में विशेष आमंत्रित वक्ताओं के रूप में बेंगलुरु से मेनका बागड़ी और अहमदाबाद से शीलू करनानी ने शिरकत की। दोनों ने बेहद सहज और आत्मीय तरीके से आनापान सती ध्यान विधि की जानकारी देते हुए इसके लाभ समझाए। उन्होंने बताया कि आनापान सती का अर्थ है — श्वास पर जागरूकता। जब व्यक्ति आती-जाती सांस पर ध्यान केंद्रित करता है तो उसका मन शांत हो जाता है, तनाव दूर होता है और शारीरिक-मानसिक आनंद की अनुभूति होती है।
दोनों वक्ताओं ने अपने निजी अनुभव साझा किए और उपस्थित श्रोताओं के प्रश्नों का सहजता से उत्तर देकर उन्हें संतुष्टि प्रदान की।
इस अवसर पर समिति जिला अध्यक्ष कंचन राठी सहित महिला समिति की सदस्याएं किरण झंवर, सरला लोहिया, मंजू दमानी, श्रेया राठी, चंद्रकला कोठारी, अंजू लोहिया, शशि कोठारी, सपना बगड़ी, सरस्वती करनानी सहित अनेक महिलाएं मौजूद रहीं। कंचन राठी ने बताया कि बीकानेर में इस तरह का यह पहला आयोजन रहा, जो बेहद सफल रहा।