माहेश्वरी समाज की अनूठी परंपरा : रक्षाबंधन की जगह ऋषि पंचमी पर बंधती है राखी
बीकानेर। माहेश्वरी समाज की विशिष्ट पहचान उसकी अनोखी परंपराओं और पर्वों को मनाने की अद्वितीय शैली में निहित है। जहां सामान्यतः सावन पूर्णिमा के दिन रक्षाबंधन मनाया जाता है, वहीं माहेश्वरी समाज में इस दिन कुलपुरोहित से रक्षा सूत्र बंधवाने की परंपरा सदियों से निभाई जा रही है।



समाज में भाई-बहन के बीच राखी बांधने का पर्व ऋषि पंचमी को मनाना विशेष महत्व रखता है। इस दिन न केवल देश में बल्कि विदेशों में बसे माहेश्वरी परिवार भी रक्षा सूत्र बाँधने की परंपरा को निभाते हैं।
बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने बताया कि माहेश्वरी समाज की उत्पत्ति ऋषियों के आशीर्वाद से हुई है। ऐसे में ऋषि पंचमी का दिन समाज के लिए विशेष आध्यात्मिक महत्व रखता है, और इसी कारण रक्षा सूत्र बांधने का कार्य इसी तिथि को किया जाता है।
उन्होंने कहा कि माहेश्वरी समाज हर त्योहार को सिर्फ उत्सव के रूप में नहीं, बल्कि परंपरा, श्रद्धा और संस्कार से जोड़कर मनाने में विश्वास रखता है। यही समाज की सबसे बड़ी विशेषता और ताकत है।