बीकानेर डवलपमेंट डायलॉग : नवाचार, निवेश और उद्यमिता की राह दिखाएगा, 2026 में होगा फिल्म फेस्टिवल
बीकानेर। बीकानेर डवलपमेंट डायलॉग औद्योगिक नवाचार, निवेश के अवसर और उद्यमिता को नई दिशा देने में मील का पत्थर साबित होगा। इससे युवाओं को नौकरी तलाशने के बजाय रोजगार देने वाला बनने की प्रेरणा मिलेगी। यह बात संभागीय आयुक्त विश्राम मीणा ने राष्ट्रीय औद्योगिक संगठन पीएचडी चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, जयपुर एवं बीकानेर जिला उद्योग संघ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सेमिनार को संबोधित करते हुए कही।


महाप्रबंधक जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र मंजू नैन गोदारा ने बताया कि राजस्थान सरकार ने कई योजनाएं लागू कर रखी हैं, जिनसे युवा उद्यमी खुद का उद्योग लगाकर प्रदेश के विकास में भागीदारी निभा सकते हैं। वहीं रीको लिमिटेड क्षेत्रीय प्रबंधक सुरेंद्र प्रसाद शर्मा ने कहा कि बीकानेर में बाहरी निवेशकों के आने की प्रबल संभावनाएं हैं और रीको इसकी दिशा में हरसंभव प्रयास करेगा।
इस अवसर पर उद्योग जगत से कन्हैयालाल बोथरा (वूलन इंडस्ट्री), के.बी. गुप्ता (सेरेमिक्स), तरुण भटनागर (एमएसएमई), सुधांशू गुप्ता व जयकिशन अग्रवाल (फूड प्रोसेसिंग), डॉ. रोहित जैन (बौद्धिक संपदा), पीटर डेसा (ट्यूरिज्म), राम सिंह यादव (निवेश), गंगा प्रसाद बरुआ (गैस उपयोग) तथा हेतराम पूनिया (वित्तीय नीतियां) ने विचार व्यक्त किए।
पीएचडी चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री जयपुर के रेजिडेंट डायरेक्टर आर.के. गुप्ता ने कहा कि संगठन का उद्देश्य देशभर में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना है। इसी क्रम में जल्द ही बीकानेर जिला उद्योग संघ के सहयोग से 2026 में बीकानेर फिल्म फेस्टिवल का आयोजन होगा, जिससे फिल्म ट्यूरिज्म और फिल्म मेकिंग को प्रोत्साहन मिलेगा।
बीकानेर जिला उद्योग संघ अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने कहा कि बीकानेर तेजी से फूड इंडस्ट्री हब के रूप में उभर रहा है और यहाँ मेगा फूड पार्क की स्वीकृति मिल चुकी है। इस सेमिनार से न केवल निवेश और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा बल्कि युवाओं को उद्यमिता की ओर प्रेरित किया जाएगा।
विशेषज्ञों ने बीकानेर विकास के लिए कई सुझाव दिए जिनमें वूलन क्षेत्र में कॉमन फेसिलिटी सेंटर की स्थापना, राजस्थान नहर के दोनों ओर हरित पट्टी में एलिफेंट ग्रास लगाने, विभिन्न क्षेत्रों में कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र खोलने, इंडस्ट्री-अकादमिक समन्वय स्थापित करने, नए औद्योगिक मेले आयोजित करने, विदेशी बाजारों में बीकानेर उत्पादों के प्रचार-प्रसार तथा दुलमेरा पत्थर के मूल्य संवर्धन पर जोर शामिल रहा।
इस अवसर पर नरेश मित्तल, सुरेंद्र जैन, विनोद बाफना, बृजमोहन चांडक, महेश कोठारी, ओमप्रकाश मोदी, अरुण झंवर, अशोक गहलोत, लूणकरण सेठिया, जितेन्द्र सैनी, किशन जोशी, महावीर पुरोहित, जगदीश सिंह चौधरी, आशीष चानना, आज्ञाराम पेडीवाल, विजय चांडक, बलवंत राय डोगरा, शिवरतन पुरोहित, राजाराम सारडा, दिलीप रंगा, भंवरलाल चांडक, किशन मूंधड़ा, पिंटू राठी, अरविंद चौधरी, महावीर दफ्तरी, गुरदीप शर्मा सहित अनेक उद्योगपति व व्यापारी मौजूद रहे।