नकली उर्वरक बनाने वालों के खिलाफ कृषि विभाग की तगड़ी कार्रवाई
बीकानेर, 11 अगस्त। कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के निर्देशानुसार राज्य में चलाए जा रहे कृषि आदान गुण नियंत्रण अभियान के तहत बीकानेर में संयुक्त निदेशक (गुण नियंत्रण) के. के. मंगल के निर्देशानुसार शोभासर रोड स्थित एक जिप्सम इकाई के परिसर में रविवार रात नकली उर्वरक बनाने के कारखाने पर छापामारी की गई। मजदूर के अनुसार, यह इकाई त्रिलोकाराम विश्नोई के स्वामित्व में है।



संयुक्त निदेशक कृषि कैलाश चौधरी ने बताया कि इस संबंध में नाल थाना पुलिस को सूचना दी गई और जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई पुलिस की मौजूदगी में सोमवार को पूर्ण की गई।
मौके पर नमक के 50 किलो के 750 बेग और लाल रंग पाउडर मिक्स नमक के 50 किलो के 329 बेग मिले, जिन्हें म्यूरेट ऑफ पोटाश खाद के रूप में बेचे जाने की संभावना थी। सोली पोटाश के नाम से 50 किलो के 8 बेग भी बरामद हुए।
इसके अलावा नर्मदा बॉयोकेम लिमिटेड, अहमदाबाद के जिंकेटेड सिंगल सुपर फास्फेट के 50 किलो पैकिंग वाले 475 बेग, काले और सलेटी भूरे दानों से भरे 50 किलो के 1,116 बेग मिले, जिन्हें डीएपी/एसएसपी के रूप में बेचे जाने की आशंका थी। सिमग्रो जीएमबीएच, सूरत ब्रांड के कट्टों में कृषि शक्ति पर्ल्स (सॉयल कंडीशनर) के 50 किलो के 50 बेग, सफेद पाउडर के 50 किलो के 580 बेग, मुल्तानी मिट्टी पाउडर के 50 किलो के 500 बेग और काले चूर्ण के 50 किलो के 250 बेग मिले, जिनके दाने बनाकर डीएपी/एसएसपी के रूप में बेचे जाने की संभावना थी।
मौके से विभिन्न ब्रांडों — नर्मदा बॉयोकेम लिमिटेड, सिमग्रो जीएमबीएच, सॉयल टेक फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स, नीलकंठ रॉक मिनरल इंडस्ट्रीज, सोलिटेयर पेस्टिसाइड प्रा. लि., अमरावती एग्रो कॉरपोरेशन — के लगभग 11,000 खाली कट्टे मिले, जिन्हें नकली उर्वरक पैक करने में इस्तेमाल किया जाना संभावित था।
अधिकारियों ने मौके से उर्वरकों के तीन नमूने लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भिजवाए। परिसर से बड़ी मात्रा में गोबर की खाद, जिप्सम, मुल्तानी मिट्टी, सफेद मिट्टी और अमेजन के खाली कार्टन भी बरामद हुए। जब्त सामग्री और परिसर को मौके पर ही सील कर दिया गया।
इस कार्रवाई में कैलाश चन्द्र, उप निदेशक कृषि जयदीप दोगने, सहायक निदेशक कृषि मीनाक्षी शर्मा, कृषि अधिकारी गिरिराज सिंढायच, सहायक निदेशक कृषि रघुवर दयाल, कृषि अधिकारी मेघराज, सोमेश तंवर, राजेन्द्र पहाड़िया, देवेंद्र सिंह, सहायक कृषि अधिकारी चन्द्र मोहन, कृषि पर्यवेक्षक नेमीचन्द, रविशंकर आदि मौजूद रहे।