चूरू स्टेशन ले रहा नया आकार: अमृत भारत योजना से यात्रियों को मिलेंगी विश्वस्तरीय सुविधाएँ
19.83 करोड़ की लागत से पुनर्विकास कार्य प्रगति पर, 40 किलोवाट सोलर प्लांट भी स्थापित

चूरू। हस्तशिल्प, भित्ति चित्रों और हवेलियों के लिए प्रसिद्ध चूरू जिले का रेलवे स्टेशन अब नया रूप ले रहा है। केंद्र सरकार की अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत चूरू स्टेशन का पुनर्विकास कार्य तीव्र गति से चल रहा है, जिससे यह स्टेशन आधुनिक स्वरूप में तब्दील हो रहा है।
करीब 19.83 करोड़ रुपये की लागत से हो रहे इस कार्य में स्टेशन भवन का समरूप विकास, आगमन और प्रस्थान के लिए अलग-अलग रास्तों की व्यवस्था, सुंदर सर्कुलेटिंग एरिया, दोपहिया व चौपहिया वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किंग, बुकिंग ऑफिस, रिटायरिंग रूम और नए टॉयलेट ब्लॉक्स शामिल हैं।
सौंदर्यवर्धन के तहत स्टेशन पर एलईडी लाइटिंग, दीवारों व छतों पर स्थानीय कला-संस्कृति से प्रेरित आकर्षक पेंटिंग, और दिव्यांगजनों के लिए उपयुक्त साइनेज की व्यवस्था की जा रही है।
यात्रियों की सुविधा के लिए आधुनिक सूचना प्रणाली विकसित की जा रही है जिसमें कोच गाइडेंस डिस्प्ले बोर्ड, मल्टीलाइन और सिंगल लाइन डिस्प्ले बोर्ड, बड़े एलईडी स्क्रीन, पब्लिक एड्रेस सिस्टम और GPS आधारित डिजिटल क्लॉक शामिल होंगे।
स्टेशन पर 12 मीटर चौड़ा पैदल पुल भी लगभग 9.01 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा जिससे यात्रियों का आवागमन और भी सुगम होगा। साथ ही 40 किलोवाट का सोलर प्लांट भी 18 लाख की लागत से लगाया गया है जिससे हरित ऊर्जा के माध्यम से स्टेशन की बिजली जरूरतें पूरी होंगी।
पुनर्विकास से न केवल यात्रियों को आधुनिक और सुविधाजनक सेवाएँ मिलेंगी बल्कि स्थानीय कारीगरों और मजदूरों को रोजगार भी मिला है, जिससे उनकी आमदनी में वृद्धि हुई है। यह कार्य स्थानीय हस्तशिल्प और पर्यटन को भी बढ़ावा देगा, जिससे क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास को नई गति मिलेगी।
गौरतलब है कि बीकानेर रेल मंडल में कुल 22 स्टेशनों का पुनर्विकास कार्य प्रगति पर है, वहीं बीकानेर स्टेशन का मेजर अपग्रेडेशन भी हो रहा है।
— वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक,
उत्तर पश्चिम रेलवे, बीकानेर