शिव मंदिर को लेकर थाईलैंड-कंबोडिया के बीच तनाव: सीमा पर मिसाइल हमले, बढ़ा युद्ध का खतरा
बैंकॉक/नॉमपेन। दक्षिण-पूर्व एशिया के दो पड़ोसी देशों, थाईलैंड और कंबोडिया के बीच एक प्राचीन शिव मंदिर को लेकर जबरदस्त तनाव पैदा हो गया है। दोनों देशों के बीच स्थित प्रीह विहियर (Preah Vihear) मंदिर एक बार फिर विवाद का केंद्र बन गया है। सीमा पर ताबड़तोड़ मिसाइल हमले और गोलाबारी की खबरें सामने आ रही हैं, जिससे क्षेत्र में दहशत का माहौल है।



यह ऐतिहासिक मंदिर कंबोडिया के सियाम रीप प्रांत की सीमा के पास पहाड़ी क्षेत्र में स्थित है, लेकिन थाईलैंड की सेना इस पर अपना दावा कर रही है। हाल के दिनों में दोनों देशों की सेनाओं के बीच सीमा रेखा पर हलचल तेज हो गई थी। अब यह हलचल युद्ध के कगार पर पहुँचती नजर आ रही है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बुधवार सुबह से ही दोनों ओर से रॉकेट लॉन्चर और मोर्टार से हमले शुरू हो गए। मंदिर के आसपास बसे गाँवों को खाली करवाया जा रहा है। कई नागरिक घायल हुए हैं, जबकि कुछ की मौत की भी आशंका जताई जा रही है।
संयुक्त राष्ट्र ने जताई चिंता
यूएन महासचिव ने इस बढ़ते सैन्य टकराव पर गहरी चिंता व्यक्त की है और दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है। गौरतलब है कि 1962 में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) ने मंदिर को कंबोडिया का हिस्सा माना था, लेकिन थाईलैंड इस फैसले से पूरी तरह संतुष्ट नहीं है।
धार्मिक विरासत बन रही युद्ध का कारण
भगवान शिव को समर्पित यह हजारों साल पुराना मंदिर हिंदू स्थापत्य कला का अद्भुत उदाहरण है। दुर्भाग्यवश, यह धार्मिक धरोहर अब राजनीतिक और सैन्य संघर्ष का कारण बन रही है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अमेरिका, चीन और आसियान देशों की निगाहें भी इस क्षेत्र पर टिक गई हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि जल्द समाधान नहीं निकला, तो यह संघर्ष पूरे क्षेत्र की स्थिरता को खतरे में डाल सकता है।