जीवाश्मों की प्रदर्शनी में झलका करोड़ों वर्षों पुराना इतिहास
अजित फाउण्डेशन द्वारा जीव वैज्ञानिक डॉ. राकेश हर्ष के संग्रह का हुआ प्रदर्शन




बीकानेर, 19 जुलाई 2025।
अजित फाउंडेशन की ओर से शनिवार को जीवाश्मों पर एक विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें करोड़ों वर्षों पूर्व के दुर्लभ जीवाश्मों को आमजन और शोधार्थियों के अवलोकन हेतु प्रस्तुत किया गया। प्रदर्शनी के केंद्र में रहे जीव वैज्ञानिक डॉ. राकेश हर्ष द्वारा एकत्रित जुरासिक काल (15–20 करोड़ वर्ष पूर्व) और टरसरी काल (7–9 करोड़ वर्ष पूर्व) के जीवाश्मों ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
डॉ. हर्ष ने बताया कि जुरासिक काल के जीवाश्म झारखंड से, जबकि टरसरी काल के जीवाश्म बीकानेर क्षेत्र से एकत्रित किए गए हैं। इनमें अनावृतबीजी पादप (Gymnosperms) और टेरिडोफाइटा (Pteridophyta) के जीवाश्म शामिल हैं, वहीं टरसरी काल के आवृतबीजी पादप (Angiosperms) के जीवाश्म लकड़ी के स्वरूप में प्रस्तुत किए गए।
प्रदर्शनी में पहली बार ऐसे जीवाश्म देखने का अवसर मिलने पर उपस्थित शोधार्थियों, विद्यार्थियों और गणमान्य नागरिकों ने गहरी रुचि दिखाई और इसे एक दुर्लभ अनुभव बताया।
संस्था समन्वयक संजय श्रीमाली ने बताया कि आगामी कार्यक्रम के तहत कल शाम 5:30 बजे ‘‘जीवाश्म: बीते कल की कहानी’’ विषय पर डॉ. राकेश हर्ष संवाद प्रस्तुत करेंगे।
इस अवसर पर डॉ. अजय जोशी, प्रेमनारायण व्यास, मोहम्मद फारूक, रामगोपाल व्यास, राधेश्याम जोशी, प्रियांशु हर्ष, रामनारायण, खुशबू, कमला स्वामी, युवराज, एंजल सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।