औद्योगिक क्षेत्रों में भारी वाहनों की नाकाबंदी पर लघु उद्योग भारती का विरोध
अधिकारियों को सौंपा आपत्ति पत्र

बीकानेर। औद्योगिक गतिविधियों को बाधित करने वाली भारी वाहनों की नाकाबंदी के खिलाफ लघु उद्योग भारती बीकानेर ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है। संस्था के संरक्षक सुभाष चन्द्र मित्तल, अध्यक्ष राजेश गोयल तथा सचिव राकेश जाजू के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र की महाप्रबंधक मंजू नैन गोदारा तथा मुख्य जिलाधीश अधिकारी, बीकानेर से भेंट की और उन्हें इस संबंध में आपत्ति पत्र सौंपा।
प्रतिनिधिमंडल ने अपने पत्र में स्पष्ट किया कि औद्योगिक क्षेत्रों — रानी बाजार, बीछवाल एवं करणी नगर — में भारी वाहनों की आवाजाही न केवल कच्चे माल की आपूर्ति बल्कि तैयार माल की निकासी के लिए अत्यंत आवश्यक है। यदि इन क्षेत्रों में नाकाबंदी लागू रहती है, तो वाहन चालक इन क्षेत्रों में आने से कतराएंगे, अधिक भाड़ा मांगेंगे या फिर वाहन को अधिक समय तक रोकने पर डेमरेज चार्ज लेने लगेंगे। यह स्थिति उद्योगों की लागत बढ़ाकर उन्हें प्रतिस्पर्धा से बाहर कर सकती है।
लघु उद्योग भारती ने अपने ज्ञापन में यह भी कहा कि एक ओर राज्य सरकार ‘राइजिंग राजस्थान’ जैसे कार्यक्रमों के जरिए औद्योगिक विकास की बात करती है, वहीं दूसरी ओर इस प्रकार की नीतियां उद्योगों के विकास में बाधा बन रही हैं।
संस्था ने दोनों अधिकारियों से आग्रह किया कि औद्योगिक क्षेत्रों में आने-जाने वाले भारी वाहनों को इस नाकाबंदी से मुक्त रखा जाए, ताकि स्थानीय उद्योगों का सुचारु संचालन बना रहे। प्रतिनिधिमंडल ने चेतावनी दी कि यदि इस दिशा में शीघ्र निर्णय नहीं लिया गया तो बीकानेर का औद्योगिक भविष्य खतरे में पड़ सकता है।