मंत्रालयिक कर्मचारियों का प्रदेशव्यापी विरोध प्रदर्शन, आज होगा हनुमान चालीसा पाठ

बीकानेर।
शिक्षा निदेशालय बीकानेर सहित पूरे प्रदेश में मंत्रालयिक कर्मचारियों ने कार्य आवंटन आदेश के विरोध में दूसरे दिन भी जोरदार प्रदर्शन किया। निदेशालय परिसर में सभी कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया और “काले आदेश” के खिलाफ नारेबाजी कर रोष व्यक्त किया।
शिक्षा निदेशालय प्रारंभिक, माध्यमिक, शिक्षा संकुल सहित राजस्थान के सभी ब्लॉक, जिला, संभाग और विद्यालय स्तर तक मंत्रालयिक कर्मचारियों का आंदोलन तेजी से फैल चुका है। भीलवाड़ा, कोटा, झुंझुनूं जैसे अनेक जिलों में भी निदेशालय की तर्ज़ पर संयुक्त संघर्ष समिति का गठन कर विरोध दर्ज कराया गया है।
संयुक्त संघर्ष समिति, शिक्षा विभाग राजस्थान के अनुसार, वित्त एवं कार्मिक विभाग द्वारा राजस्थान सेवा नियमों के अंतर्गत मंत्रालयिक कार्मिकों को सौंपे गए कार्य व पदों के अनुसार ही कार्य आवंटन आदेश जारी किया गया था, जिसे अब प्रधानाचार्य संगठन की ओर से निरस्त करने की अनुचित मांग की जा रही है। इस मांग का पूरे प्रदेश में तीव्र विरोध हो रहा है और मंत्रालयिक कर्मचारियों के महासंघ ने भी इस आंदोलन का समर्थन किया है।
संघर्ष समिति के संयोजक गोविंद नारायण श्रीमाली ने कहा कि शिक्षा विभाग में प्रशासनिक अधिकारियों और मंत्रालयिक कर्मचारियों के बीच लंबे समय से सहयोग और सद्भाव की परंपरा रही है। इसे तोड़ने का प्रयास वातावरण को दूषित करने जैसा है, जिसे मंत्रालयिक कर्मचारी कतई सहन नहीं करेंगे।
आंदोलन के अगले चरण में, 9 जुलाई को भोजन अवकाश के समय प्रदेशभर में मंत्रालयिक कर्मचारी हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ कर विरोध दर्ज कराएंगे। इस प्रदर्शन में निदेशालय की मातृ शक्ति सहित सभी मंत्रालयिक कर्मचारियों ने एकजुट होकर भाग लिया और आंदोलन को मजबूती प्रदान की।