कैंसर पीड़ितों की पीड़ा कम करने का सशक्त माध्यम बना योग: गोस्वामी
डॉ. रेशमा वर्मा बोलीं – योग है दवा का बेहतर विकल्प
बीकानेर। आयुष मंत्रालय की पहल पर 1 जून से देशभर में चल रहे योग कार्यक्रमों की श्रृंखला में शुक्रवार को महिला हुनर प्रशिक्षण केंद्र द्वारा ‘इंटास फाउंडेशन – अपना घर बीकानेर’ में एक विशेष योग, मेडिटेशन और एरोबिक्स सत्र का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम विशेष रूप से कैंसर पीड़ित मरीजों के लिए आयोजित किया गया, जिसमें लगभग 20 मरीजों ने भाग लिया।



कार्यक्रम में केंद्र की निर्देशिका डॉ. रेशमा वर्मा ने वरिष्ठ पत्रकार कौशलेश गोस्वामी, प्रोजेक्ट एसोसिएट डॉ. देवेश भार्गव, प्रोजेक्ट काउंसलर मोनिका गहलोत तथा अन्य स्टाफ सदस्यों के साथ मिलकर मरीजों को योग, मेडिटेशन और एरोबिक्स का प्रशिक्षण दिया।
वरिष्ठ पत्रकार कौशलेश गोस्वामी ने इस मौके पर कहा, “योग कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की पीड़ा को सहने की शक्ति देता है। यह मानसिक और शारीरिक दोनों स्तरों पर व्यक्ति को मजबूत बनाता है।”उन्होंने भारत विकास परिषद बीकानेर इकाई की ओर से कार्यक्रम में सहयोग करते हुए मरीजों और प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए।
केंद्र निदेशिका डॉ. रेशमा वर्मा ने कहा, “जब मैंने कैंसर पीड़ितों के चेहरों पर योग अभ्यास के बाद आत्मविश्वास और मुस्कान देखी, तो यह स्पष्ट हो गया कि योग वास्तव में स्वस्थ जीवन का मूल मंत्र है। यह न केवल शरीर को रोगों से लड़ने की क्षमता देता है, बल्कि मानसिक तनाव से मुक्ति और आंतरिक शांति भी प्रदान करता है।”
कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों ने नियमित योग अभ्यास का संकल्प लिया और इस पहल को जीवन में अपनाने की बात कही।यह आयोजन एक सकारात्मक उदाहरण बनकर उभरा है कि किस तरह योग के माध्यम से गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के जीवन में उम्मीद और ऊर्जा का संचार किया जा सकता है।