कुछ नया सोचना ही शिक्षा है: प्रो. मनोज दीक्षितआरएसवी स्कूल में शिक्षकों के लिए कार्यशाला, शिक्षा के नवाचारों पर जोर
बीकानेर। आरएसवी हायर सेकेंडरी स्कूल में मंगलवार को शिक्षकों के लिए एक प्रेरणादायक कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में शिक्षा जगत की जानी-मानी हस्ती प्रोफेसर डॉ. मनोज दीक्षित ने शिरकत की। वे वर्तमान में महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय एवं राजूवास बीकानेर के कुलपति हैं।कार्यक्रम की शुरुआत में विद्यालय के डॉ. पुनीत चोपड़ा ने प्रो. दीक्षित का परिचय देते हुए बताया कि वे चार दशकों से अधिक समय से शैक्षणिक और प्रशासनिक सेवाओं से जुड़े हैं।



उन्होंने देश-विदेश के अनेक विश्वविद्यालयों में अध्यापन, शोध एवं नीति निर्धारण में उल्लेखनीय योगदान दिया है। शिक्षा क्षेत्र में उनके कार्यों के लिए उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।प्रो. दीक्षित ने अपने संबोधन में कहा कि “कुछ नया सोचना ही शिक्षा है।” उन्होंने भारतीय पारंपरिक शिक्षा पद्धति और आधुनिक ज्ञान के समन्वय को समय की मांग बताया।
उन्होंने कहा कि शिक्षक की शक्ति बालमन पर अमिट छाप छोड़ सकती है और शिक्षक विद्यार्थियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में सक्षम होता है।कार्यशाला में आरएसवी ग्रुप ऑफ स्कूल्स के शिक्षक, विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य एवं अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे। कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षकों को प्रेरित करना और नवाचार एवं मूल्यों पर आधारित शिक्षा के प्रति उनकी सोच को विस्तार देना था।
समापन पर ग्रुप के सीईओ आदित्य स्वामी एवं प्रधानाचार्य नीरज श्रीवास्तव ने प्रो. दीक्षित को स्मृति चिन्ह भेंट कर आभार व्यक्त किया। स्वामी ने कहा कि ऐसे सत्र शिक्षकों में नवीन ऊर्जा का संचार करते हैं और उन्हें अपने कर्तव्यों के प्रति अधिक समर्पणशील बनाते हैं।