मिठाई कारखानों में लगे अवैध बॉयलर्स पर हो कार्रवाई
बीपीसीएल, आईओसीएल समेत प्रमुख दुर्घटना जोखिम वाले प्लांट्स को लेकर हुई चर्चा
बीकानेर। जिला आपदा संकट समूह की बैठक शुक्रवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता कारखाना एवं बॉयलर विभाग की सीनियर इंस्पेक्टर सृष्टि गुप्ता ने की। बैठक में जिले के प्रमुख दुर्घटना जोखिम (MAH) वाले औद्योगिक प्रतिष्ठानों को लेकर समीक्षा की गई।



श्रीगंगानगर रोड स्थित भारत पेट्रोलियम, बीछवाल स्थित इंडियन ऑयल, बरसिंहसर थर्मल पावर प्रोजेक्ट, वी.एस. लिग्नाइट पावर प्रोजेक्ट (गुड़ा), और केटू इंटरनेशनल बोटलिंग प्लांट (जलवाली) जैसे प्रतिष्ठानों को लेकर सुरक्षा उपायों पर विस्तार से चर्चा हुई। गुप्ता ने निर्देश दिए कि इन प्लांट्स में समय-समय पर मॉक ड्रिल आयोजित की जाएं ताकि किसी आपात स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके।
बैठक में प्लांट्स के सेफ्टी ऑफिसर्स द्वारा सुरक्षा योजनाओं और दुर्घटना के समय अपनाई जाने वाली प्रक्रियाओं की जानकारी दी गई। अधिकतर अधिकारियों ने बताया कि उनके प्लांट में मासिक मॉक ड्रिल होती है, जबकि बीपीसीएल अधिकारी ने बताया कि वे छह माह में एक बार मॉक ड्रिल करते हैं।
मिठाई कारखानों में अवैध बॉयलर्स पर सख्ती के निर्देश
बैठक के दौरान समिति के एक सदस्य ने जिला मुख्यालय में मिठाई कारखानों में अवैध बॉयलर लगाए जाने की बात उठाई और कार्रवाई की मांग की। इस पर गुप्ता ने कहा कि अधिकतर मिठाई कारखानों में लगे बॉयलर वैध हैं, लेकिन यदि किसी के पास अवैध बॉयलर की सूची है तो उसे साझा किया जाए, अथवा संबंधित स्टाफ से निरीक्षण कराया जाएगा। अवैध पाए जाने पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में बीपीसीएल, आईओसीएल सहित विभिन्न प्लांट्स के सेफ्टी ऑफिसर्स, जिला प्रशासन और संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।