एनएचएम कार्मिकों के नियमितीकरण हेतु बीकानेर से शुरू होगा ‘हल्ला बोल’ आंदोलन
एकीकृत महासंघ ने भरी हुंकार
बीकानेर। अखिल राजस्थान राज्य संयुक्त कर्मचारी महासंघ (एकीकृत) की ओर से एनएचएम (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) के संविदा कार्मिकों के नियमितीकरण को लेकर बड़ा कदम उठाया गया है। महासंघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष भंवर पुरोहित की अध्यक्षता में बीकानेर में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें Rajasthan Contractual Hiring to Civil Post Rules 2022 के तहत कर्मचारियों के नियमितीकरण पर विस्तार से चर्चा हुई।


बैठक में तीन मुख्य मांगों को प्राथमिकता दी गई:1. कैडर वाइज सेवा नियमों को पूर्ण करवाया जाए। 2. जिन कार्मिकों की स्क्रीनिंग प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है, उन्हें तत्काल नियुक्ति आदेश जारी किए जाएं। 3. जिनकी संविदा अवधि समाप्त हो चुकी है, उनकी स्क्रीनिंग प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाए।
महासंघ ने घोषणा की कि ‘हल्ला बोल’ कार्यक्रम की शुरुआत बीकानेर जिले से की जाएगी, जिसके तहत जनप्रतिनिधियों से मिलकर नियमितीकरण की मांग की जाएगी। यह आंदोलन राज्यभर में एक ही दिन सभी जिलों में एक साथ किया जाएगा।
इस मौके पर पीएचईडी तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश उपाध्याय ने कहा कि “एकीकृत महासंघ संविदा कार्मिकों के साथ हर कदम पर खड़ा है और नियमितीकरण की मंज़िल हासिल किए बिना चैन से नहीं बैठेगा।” संगठन के दीपक गोदारा ने कहा कि “संविदा की यह पीड़ा अब और नहीं झेली जाएगी, हमारी टीम पूरी तरह तैयार है और अन्य जिलों में संवाद के लिए भी आगे बढ़ रही है।”
ऋषि कल्ला ने आह्वान किया कि “अब समय है एकजुट होकर संघर्ष को निर्णायक मोड़ देने का।” अरुण बिस्सा ने कहा कि “महासंघ पर हमें पूरा विश्वास है कि वही हमें न्याय दिलाएगा।”बैठक में हरिओमशंकर आचार्य, रविन्द्र आचार्य, अमित जोशी, बसन्त पुरोहित, मनमोहन व्यास, दाउदयाल पुरोहित, स्वाति महात्मा, नारायण भादाणी, अश्विनी व्यास और विकास आचार्य समेत कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे। महासंघ का संकल्प स्पष्ट है — संविदा नहीं, अब नियमित नौकरी चाहिए।