डॉ. वत्सला गुप्ता को योगिक क्रियाओं व प्राकृतिक चिकित्सा विषय में PhD उपाधि
बीकानेर की प्रथम अभ्यर्थी बनने का गौरव


बीकानेर। राजस्थान प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र, गंगाशहर की चिकित्सा अधिकारी डॉ. वत्सला गुप्ता को “योगिक क्रियाओं और प्राकृतिक चिकित्सा का व्यक्तित्व व मनोवैज्ञानिक प्रभाव का अध्ययन” विषय पर शोध कार्य पूर्ण करने पर ओम स्ट्रलिंग ग्लोबल विश्वविद्यालय, हिसार (हरियाणा) से डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (PhD) की उपाधि प्रदान की गई है।डॉ. वत्सला ने यह शोध कार्य विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. पुनित गोयल के मार्गदर्शन एवं डॉ. एन. पी. गिरी के निर्देशन में पूर्ण किया।
इस उपाधि के साथ वे बीकानेर की पहली अभ्यर्थी बनी हैं जिन्होंने योग एण्ड नेचुरोपैथी में पीएचडी प्राप्त कर शहर का नाम गौरवान्वित किया है।राजस्थान प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र के मंत्री बनवारीलाल शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि डॉ. गुप्ता ने NDDY, DNYS और M.Sc. (योगा एंड लिविंग साइंस) की उपाधियाँ भी प्राप्त की हैं। उनके अनुसार यह उपलब्धि न केवल चिकित्सा क्षेत्र के लिए, बल्कि पूरे बीकानेर के लिए गर्व का विषय है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच के अनुरूप वर्तमान युग में योग और प्राकृतिक चिकित्सा सस्ती, सुलभ व प्रभावी चिकित्सा पद्धति के रूप में उभर रही है। ऐसे में डॉ. वत्सला गुप्ता की यह उपलब्धि बीकानेरवासियों के लिए वरदान साबित होगी।
संस्थान के पदाधिकारियों ने दी शुभकामनाएं
डॉ. वत्सला गुप्ता को पीएचडी की उपाधि प्राप्त करने पर राजस्थान प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र के अध्यक्ष प्रो. वेद प्रकाश चतुर्वेदी, उपाध्यक्ष श्रीभगवान अग्रवाल, सहमंत्री के. के. मेहता, कोषाध्यक्ष सुभाष मोदी, कार्यकारिणी सदस्य हनुमान चाडक, सम्पत पारीक, भंवरलाल गहलोत, हनुमान सिंह चावड़ा, संतोष व्यास तथा परामर्श मंडल अध्यक्ष एडवोकेट तेजकरण गहलोत सहित अनेक गणमान्यजनों ने शुभकामनाएँ दी हैं।