योग और फिजियोथेरेपी वर्कशॉप का सफल समापन
बीकानेर। महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर के योग विभाग द्वारा आयोजित तीन दिवसीय योग और फिजियोथेरेपी वर्कशॉप का आज सफल समापन हुआ। इस आयोजन में योग और स्वास्थ्य से जुड़े विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों ने भाग लिया और योग के वैज्ञानिक व आध्यात्मिक पहलुओं पर गहन चर्चा की।
गायत्री मंत्र और कुंडलिनी योग पर सत्र
कार्यक्रम के पहले दिन श्री शिव कुमार शर्मा ने गायत्री मंत्र और कुंडलिनी योग पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि गायत्री मंत्र के नियमित उच्चारण से मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जबकि कुंडलिनी योग शरीर की सुप्त ऊर्जा को जागृत कर आध्यात्मिक उन्नति में सहायक होता है।
फिजियोथेरेपी का स्वास्थ्य में महत्व
दूसरे दिन डॉ. विनय गर्ग (सीनियर कंसल्टेंट फिजियोथेरेपिस्ट) और डॉ. विनय सक्सेना (कंसल्टेंट फिजियोथेरेपिस्ट) ने न्यूरोलॉजिकल और मस्क्युलोस्केलेटल बीमारियों के उपचार में फिजियोथेरेपी की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि फिजियोथेरेपी न केवल दर्द से राहत देती है, बल्कि शरीर की गतिशीलता और लचीलापन भी बढ़ाती है।
योग और ध्यान के व्यावहारिक सत्र
अंतिम दिन श्री धर्मचंद्र सोनी (हठ योग विशेषज्ञ) और श्री दीपक शर्मा (योग एवं ध्यान विशेषज्ञ) ने योग और ध्यान के व्यावहारिक पहलुओं पर विशेष सत्र आयोजित किए। उन्होंने प्रतिभागियों को योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया।
सफल आयोजन में सहयोगी भूमिका
कार्यक्रम को सफलतापूर्वक आयोजित करने में कोऑर्डिनेटर (SFS) डॉ. धर्मेश हरवानी, योग विभाग प्रभारी डॉ. सीमा शर्मा, और गेस्ट फैकल्टी डॉ. हितेंद्र मारू, सपना बेरवाल, प्रियंका रघुवंशी, एवं यशोवर्धिनी पुरोहित ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी
इस वर्कशॉप को सफल बनाने में छात्रों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। ईशा शर्मा, गायत्री, उमेश, कविता, आरती, अजय, रेवन्त, मोनिका, मनीषा, रामकिशन, राजुनाथ, सुमन, वर्षा अरोड़ा, और राखी ने विभिन्न गतिविधियों में हिस्सा लिया और अपने योग कौशल का प्रदर्शन किया।
समापन समारोह और सम्मान
कार्यक्रम के समापन अवसर पर सभी अतिथियों और प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। प्रोफेसर डॉ. अभिषेक वशिष्ठ और प्रोफेसर डॉ. गौतम मेघवंशी ने वर्कशॉप की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह आयोजन शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति के लिए एक प्रेरणादायक पहल साबित हुआ।
डॉ. धर्मेश हरवानी ने भी अपने विचार साझा करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम योग और फिजियोथेरेपी को आमजन तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों, प्रतिभागियों और आयोजकों का आभार व्यक्त किया गया। इस वर्कशॉप ने विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं के लिए एक ज्ञानवर्धक अनुभव प्रदान किया और इसे बेहद सफल आयोजन माना गया।
