कल्याण महोत्सव 16 को: बीकानेर में सिद्धगुरु श्री सिद्धेश्वर ब्रह्मर्षि गुरुदेव के आगमन से आध्यात्मिक जागृति की उठेगी लहर ?
बीकानेर। बीकानेर में रविवार को कल्याण महोत्सव का भव्य आयोजन होने जा रहा है, जिसमें सिद्धगुरु श्री सिद्धेश्वर ब्रह्मर्षि गुरुदेव की मंगलवाणी व दिव्य आशीर्वाद का सौभाग्य बीकानेरवासियों को मिलेगा। यह आयोजन नाल रोड स्थित महाराजा गंगासिंह यूनिवर्सिटी ऑडिटोरियम में सायं 4 बजे प्रारम्भ होगा।
आयोजन समिति के प्रमुख प्रकाश रवि पुगलिया ने बताया कि इस महोत्सव में केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल मुख्य अतिथि रहेंगे, जबकि सुप्रसिद्ध समाजसेवी गणेश छावाणी अध्यक्षता करेंगे। कार्यक्रम में गुवाहाटी के हरेन महंत व हैदराबाद के विक्रम डागा गेस्ट ऑफ ऑनर होंगे, और बीकानेर के उद्योगपति बसंत नौलखा स्वागतकर्ता के रूप में उपस्थित रहेंगे।
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सिद्धियों के स्वामी: कौन हैं श्री सिद्धेश्वर ब्रह्मर्षि गुरुदेव?
श्री ब्रह्मर्षि आश्रम तिरुपति के नेशनल मीडिया प्रेजीडेंट रवि पुगलिया के अनुसार, सिद्धगुरु श्री सिद्धेश्वर ब्रह्मर्षि गुरुदेव वर्तमान युग के एक ऐसे सिद्ध महायोगी हैं जिनकी अष्ट सिद्धियाँ (अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व, वशित्व) व नव निधियाँ (महापद्म, पद्म, शंख, मकर, कच्छप, मुकुंद, नन्द, नील, खर्व) जागृत हैं। वे न केवल भाग्य पढ़ते हैं बल्कि भाग्यदाता भी माने जाते हैं।
उनकी साधना, तपस्या और ज्ञान के प्रभाव से उनके आभामंडल में आने मात्र से ही शक्ति का रूपान्तरण हो जाता है। वे वेद, पुराण, ज्योतिष व संस्कृत में महारथ रखते हैं और उनकी सातों कुंडलिनी व चक्र जन्म से ही जागृत हैं।
समाज सेवा व कल्याण कार्यों में अग्रणी
प्रकाश पुगलिया ने बताया कि सिद्धगुरु श्री सिद्धेश्वर ब्रह्मर्षि गुरुदेव न केवल आध्यात्मिक गुरु हैं, बल्कि समाज सेवा में भी अग्रणी भूमिका निभाते हैं। वे गरीब, दलित, अस्वस्थ व अवांछित लोगों को अपनाते हुए उनकी सहायता करते हैं। गाँवों में पानी की व्यवस्था और शिक्षा के द्वारा हज़ारों को सशक्त व सक्षम बना रहे हैं।
क्या बीकानेर में आध्यात्मिक जागृति का आरम्भ होगा?
सिद्धगुरु श्री सिद्धेश्वर ब्रह्मर्षि गुरुदेव के बीकानेर आगमन से शहर में आध्यात्मिक जागृति की लहर उठने की संभावना है। उनके दिव्य सानिध्य से न केवल भक्तों को आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त होगी, बल्कि जीवन में सकारात्मक परिवर्तन की प्रेरणा भी मिलेगी।
क्या यह महोत्सव बीकानेर में नई आध्यात्मिक चेतना का सूत्रपात करेगा? इसका उत्तर तो 16 फरवरी को ही मिलेगा, जब बीकानेरवासी सिद्धगुरु के दिव्य आशीर्वाद का अनुभव करेंगे।