कृषि कल्याण शुल्क व मंडी टैक्स के विरोध में व्यापारियों का प्रदर्शन
4 दिसम्बर को सांकेतिक हड़ताल
बीकानेर। कृषि कल्याण शुल्क और अन्य राज्यों से आयात होने वाले कच्चे माल पर मंडी टैक्स के विरोध में बीकानेर के व्यापारियों ने सोमवार को जोरदार प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन के दौरान व्यापारियों ने 4 दिसम्बर को सांकेतिक हड़ताल की घोषणा की, जिसमें राजस्थान की सैकड़ों मिलें बंद रहेंगी और करोड़ों रुपये का व्यापार प्रभावित होगा।
व्यापारियों की मांगें:
प्रदेश दाल मिल महासंगठन के महासचिव जयकिशन अग्रवाल ने बताया कि ज्ञापन में तीन मुख्य मांगें रखी गई हैं:
1. कृषक कल्याण शुल्क को पूरी तरह समाप्त किया जाए।
2. मंडी शुल्क को घटाकर 0.50 प्रतिशत किया जाए।
3. राज्य के बाहर से आने वाले कच्चे माल पर मंडी शुल्क पूरी तरह हटाया जाए।
पुरानी इकाइयों को राहत की मांग:
बीकानेर ऑयल मिल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद बाफना ने कहा कि वर्तमान में नई मिलों को मंडी शुल्क में छूट दी जा रही है, जिससे पुरानी इकाइयों का संचालन मुश्किल हो गया है। उन्होंने पुरानी इकाइयों को भी समान रूप से मंडी शुल्क में छूट देने की मांग की।
व्यापक समर्थन:
इस विरोध प्रदर्शन को बीकानेर ऑयल मिल एसोसिएशन, बीकानेर मूंगफली दाना मिल एसोसिएशन, बीकानेर कच्ची आढ़त संघ, श्री बीकानेर अनाज कमेटी, राजस्थान रोलर फ्लोर मिल, और बीकानेर गम मिल एसोसिएशन सहित कई व्यापारिक संगठनों का समर्थन प्राप्त है।
प्रमुख व्यापारियों की भागीदारी:
प्रदर्शन में बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष डीपी पचीसिया, राजस्थान रोलर फ्लोर मिल के अध्यक्ष गोविन्द ग्रोवर, बीकानेर ऑयल मिल के सचिव कन्हैयालाल जाखड़, ऑल इंडिया दाल मिल एसोसिएशन के विशेष आमंत्रित सदस्य अशोक वासवानी, मूंगफली दाना मिल से दिनेश जैन और गोविन्द पारीक, गम मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष मांगेराम गोयल और हरीश अग्रवाल, कच्ची आढ़त संघ से जयनारायण, अनाज कमेटी के सचिव बृजमोहन अग्रवाल, बीकानेर दाल मिल एसोसिएशन से अशोक गहलोत, राजकुमार पचीसिया, प्रवेश गोयल, रमेश अग्रवाल, और रामस्वरूप गोदारा सहित अनेक व्यापारी उपस्थित रहे।
4 दिसम्बर को होने वाली सांकेतिक हड़ताल को लेकर व्यापारिक समुदाय में व्यापक समर्थन देखा जा रहा है।