BikanerExclusiveTransport

एसी कोच में स्वच्छ और उच्च गुणवत्ता वाले बेडरोल की उपलब्धता सुनिश्चित

0
(0)

बीकानेर रेल मंडल में शिकायतों में 93% की कमी


*बीकानेर रेल मंडल पर प्रतिदिन 14 टन से अधिक बैडरोल की हो रही मैकेनाइज्ड धुलाई*

बीकानेर । बीकानेर रेल मंडल पर संचालित होने वाली सभी ट्रेनों में वातानुकूलित श्रेणी के कोचों में साफ, स्वच्छ और उच्च गुणवत्ता वाले बेडरौल प्रदान किये जा रहे हैं। सभी चद्दरों और पिलो कवर को प्रत्येक उपयोग के बाद मैकेनाइज्ड लॉन्ड्री में धुलाई और इस्त्री की जाती है ताकि यात्रियों को स्वच्छ बेडरॉल देकर उनकी आरामदायक, हाईजीन और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित की जा सके।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक भूपेश यादव ने बताया कि बीकानेर रेल मंडल पर बीकानेर, श्रीगंगानगर में मैकेनाइज्ड लॉन्ड्रिंया स्थापित की गई है। इनकी क्षमता में लगातार वृद्धि की जा रही है। वर्ष 2023 में 1 जनवरी से 31 दिसम्बर तक 10 टन प्रतिदिन थी, जो कि वर्ष 2024 में (बढ़कर)1 जनवरी से 30 नवम्बर तक 14 टन प्रतिदिन होगयी है। बीकानेर मण्डल पर लॉन्ड्री में धुलाई की जाने वाले कपड़ों की क्षमता को 10 टन (10000 नग)प्रति दिन से बढ़ा कर 14 टन (28000 नग) प्रति दिन किया गया है,अर्थात 40% की बढ़ोतरी हुई है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में कंबलों की धुलाई 2010 में जहां 3 महीने में एक बार की जाती थी, उस अवधि को घटा कर 2010 से 2 महीने में एक बार तथा वर्तमान मे 30 दिन में एक बार किया गया है। जबकि घरों में भी कंबल कभी-कभी ही धुलते हैं और ज्यादातर घरों में सिर्फ सर्दियों में धूप स्नान ही कराया जाता है। रेलवे द्वारा एसी कोच में प्रत्येक यात्री को 02 चादरें दी जाती है जिसमें से एक सीट पर बिछाने तथा दूसरी कंबल के कवर के रूप में इस्तेमाल के लिए दी जाती है। इसके अतिरिक्त एसी कोच का तापमान भी 24 के आसपास रखा जाता है ताकि कंबल की आवश्यकता ही ना पड़े और चादर ही पर्याप्त हो।
उत्तर पश्चिम रेलवे पर बेडरौल की अनुपलब्धता और गंदे या फटे बेडरौल की शिकायतों में निरंतर कमी आ रही है। पिछले वर्ष सिर्फ बीकानेर लॉन्ड्री में 2023 में 1 जनवरी से 31 दिसम्बर तक कुल 247 शिकायतें प्राप्त हुई थी जो कि वर्ष 2024 में नवम्बर तक घटकर मात्र 17 रह गयी हैं। अर्थात वर्ष 2023 की अपेक्षा वर्ष 2024 में प्राप्त शिकायतों में 93% की कमी हुई है जो की श्रेष्ठ यात्री सुविधा को इंगित करता है।
इनमें भी अधिकतर शिकायतें केवल बेड रोल उपलब्ध नहीं होने की रही जिन्हें कुछ विलंब से बेड रोल उपलब्ध कराया गया था।
इसके साथ ही चादरों और कंबलों को कुछ समय बाद बदला भी जाता है तथा नए लिनेन सेट की खरीद की जाती है। मैकेनाइज्ड लॉन्ड्रियो में भी सफाई के लिए उच्च गुणवत्ता वाले पदार्थो का इस्तेमाल किया जाता है तथा सीसीटीवी एवं स्टाफ द्वारा निरंतर निगरानी रखी जाती है। धुले हुए कपड़ों की गुणवत्ता को चेक करने के लिए व्हाइटोमीटर का इस्तेमाल किया जाता है।
बीकानेर रेल मंडल पर रेल मदद पर प्राप्त बेड रोल सहित अन्य शिकायतों की निगरानी के लिए वार रूम स्थापित किए गए हैं, जो यात्रियों की शिकायत एवं फीडबैक पर निरंतर 24*7 निगरानी करते हैं।

रेलवे यात्रियों के सुरक्षित एवं आरामदायक यात्रा के लिए कतिबद्ध है। यात्रियों से भी अनुरोध है कि बेड रोल का उपयोग सावधानी से करें एवं इस पर खाना, गंदगी, पानी इत्यादि ना फैलाएं। ” स्वच्छ रेल-स्वच्छ भारत” में अपना योगदान प्रदान करें.

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating 0 / 5. Vote count: 0

No votes so far! Be the first to rate this post.

As you found this post useful...

Follow us on social media!

Leave a Reply