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भारतीय रेलवे में विकास की रफ्तार तेज: नई ट्रेनों से यात्री सुविधाओं तक

जानिए अब तक की प्रगति

बीकानेर  नई वंदे भारत ट्रेनों का संचालन और रोलिंग स्टॉक में बढ़ोतरी वित्त वर्ष 2025 में भारतीय रेलवे का विस्तार जारी है। अप्रैल से अक्टूबर 2024 के बीच 17 जोड़ी नई वंदे भारत ट्रेनों को जोड़ा गया और 228 कोच तैयार किए गए। रेलवे नेटवर्क विस्तार की प्रगति पिछले वर्ष के समान बनी हुई है, जिससे यात्रा और माल ढुलाई सुविधाओं में सुधार हुआ है।

रेलवे बुनियादी ढांचे में नए कदम
भारतीय रेलवे ने गति शक्ति मल्टी-मॉडल कार्गो टर्मिनल (GCT) के तहत 91 नए टर्मिनल शुरू किए और 234 स्थानों को मंजूरी दी। डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFC) के तहत नवंबर 2024 तक 96.4% काम पूरा हो चुका है, जिससे माल ढुलाई अधिक कुशल हो गई है।

शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन की ओर बढ़ता रेलवे
पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेलवे ने 2029-30 तक 30 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य रखा है। अक्टूबर 2024 तक 375 मेगावाट सौर और 103 मेगावाट पवन ऊर्जा चालू की गई है।

उच्च गति और संरक्षित रेलवे प्रणाली की ओर कदम

मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना के तहत 47.17% काम पूरा हो चुका है, जिसमें अब तक ₹67,486 करोड़ खर्च किए जा चुके हैं।

रेलवे सिग्नलिंग और संरक्षा प्रणाली को आधुनिक बनाया जा रहा है। 62 स्टेशनों में इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग स्थापित की गई, जिससे 9 जोनल रेलवे पूरी तरह मैकेनिकल सिग्नल मुक्त हो गए हैं।

‘कवच’ सुरक्षा प्रणाली के तहत ₹1,547 करोड़ का निवेश किया गया, और इसका नवीनतम संस्करण 4.0 जुलाई 2024 में मंजूर हुआ।

720 रूट किलोमीटर में ऑटोमेटिक ब्लॉक सिग्नलिंग प्रणाली लगाई गई, जिससे कुल कवरेज 4,906 किमी तक पहुंच गया।


यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं
रेलवे यात्री अनुभव को सुधारने के लिए कई योजनाओं पर काम कर रहा है—

अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 1,337 स्टेशनों के पुनर्विकास की योजना है, जिनमें से 1,197 स्टेशनों पर कार्य शुरू हो चुका है।

प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र अब रेलवे स्टेशनों पर उपलब्ध हैं, जिनमें 50 केंद्र पहले ही कार्यरत हैं और नवंबर 2024 में 18 नए केंद्र शुरू किए गए।

खानपान सेवाओं में सुधार के लिए नई नीति के तहत 557 बेस किचन खोले गए, जो 468 जोड़ी ट्रेनों को सेवा प्रदान करेंगे।

‘एक स्टेशन, एक उत्पाद’ योजना 1,900 स्टेशनों पर लागू की गई, जिससे 79,380 स्थानीय कारीगरों को फायदा हुआ।

स्टेशन सुविधाओं में बड़ा सुधार—1351 स्टेशनों पर ट्रेन सूचना बोर्ड, 886 स्टेशनों पर कोच गाइडेंस सिस्टम, 6,112 स्टेशनों पर वाई-फाई, और 5,605 स्टेशनों पर डिजिटल घड़ियां लगाई गई हैं।


डिजिटलीकरण और पर्यटन को बढ़ावा

ई-टिकटिंग की हिस्सेदारी बढ़कर 86% तक पहुंच गई, और अनारक्षित टिकटों की डिजिटल बिक्री 33% हो गई।

मोबाइल कैटरिंग सेवाओं की नई नीति से खानपान व्यवस्था मजबूत हुई।

‘भारत गौरव ट्रेन’ योजना के तहत अब तक 1.91 लाख पर्यटकों को सेवा दी जा चुकी है, जिससे धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा मिला है।


भारतीय रेलवे तेजी से विस्तार और आधुनिकीकरण की दिशा में आगे बढ़ रहा है, जिससे यात्रियों और उद्योगों को सुविधाएं मिलने के साथ ही देश की आर्थिक वृद्धि को भी मजबूती मिल रही है।

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