राजस्थान विज्ञान अकादमी की स्थापना के लिए विचार मंथन शिविर
सीरी के जयपुर परिसर में शैक्षणिक और वैज्ञानिक संस्थानों के कुलपति, निदेशक एवं शीर्ष अधिकारी हुए सम्मिलित
जयपुर। सीएसआईआर-सीरी, जयपुर परिसर में राजस्थान विज्ञान अकादमी की स्थापना पर विचार-विमर्श के लिए एक मंथन सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र की अध्यक्षता भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी के अध्यक्ष और भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के पूर्व सचिव, प्रो. अशुतोष शर्मा ने की। उन्होंने इस महत्वपूर्ण पहल की सराहना करते हुए इसे राजस्थान में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नई संभावनाओं को खोलने वाला कदम बताया।
यह सत्र विज्ञान भारती, राजस्थान द्वारा आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी 2020) के अनुरूप शैक्षणिक और वैज्ञानिक संस्थानों के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करना था। विज्ञान भारती, राजस्थान के सचिव डॉ. मेघेन्द्र शर्मा ने विज्ञान भारती की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह मंच राजस्थान के विश्वविद्यालयों और संस्थानों को एकजुट करने, नवाचार को प्रोत्साहित करने और अनुसंधान में नई ऊंचाइयों को छूने में सहायक होगा।
सीएसआईआर-सीरी, पिलानी के निदेशक, डॉ. पी.सी. पंचारिया ने जयपुर में एक सेमीकंडक्टर स्किल सेंटर और उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के विज़न के अनुरूप बताया।
इस सत्र में जयपुर और आस-पास के क्षेत्रों के 30 से अधिक शैक्षणिक और वैज्ञानिक संस्थानों के कुलपति, निदेशक एवं शीर्ष अधिकारियों ने भाग लिया और राजस्थान विज्ञान अकादमी की स्थापना के विचार पर अपने सुझाव और विचार साझा किए।
यह मंथन सत्र न केवल राजस्थान में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास के लिए एक मजबूत नींव रखने का प्रयास था, बल्कि शैक्षणिक और वैज्ञानिक संस्थानों के बीच आपसी सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम रहा।