पीएम मोदी का “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान: राजस्थान प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र में वृक्षारोपण कार्यक्रम
बीकानेर । भारत की संस्कृति को बचाने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “एक पेड़ माँ के नाम” का संकल्प लिया है, जिसमें माँ की सेवा के साथ-साथ प्रकृति प्रदत्त वृक्ष की सेवा को सर्वोपरि माना गया है। यह बात आज राजस्थान प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र, गंगाशहर में “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत राष्ट्रीय संत रामक्तरोखा कैलाशधाम के महामंडलेश्वर सरजुदास ने कही।
सरजुदास महाराज ने कहा कि “माँ से बढ़कर कोई नहीं” जिस दिन माँ की महिमा को हम समझ लेंगे, उस दिन वृक्ष व प्रकृति की महिमा को समझने में देर नहीं होगी। नरेंद्र मोदी के संकल्प में सहयोगी रहकर देश की संस्कृति को बचाने में योगदान देने का आवाहन किया।
प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र के प्रांगण में नव सिचिंत अशोक वाटिका के रूप में विकसित किए जाने के संकल्प के तहत मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के बीकानेर जिला प्रभारी डॉ. दशरथ सिंह शेखावत ने कहा कि वृक्ष हमारे जीवन का आधार है, पंच तत्वों से निर्मित “मानव जीवन” के संकट को दूर करने में सहायक हैं। “एक पेड़ लगाना” तीर्थों के समान पुण्य कमाना है।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि बीकानेर भाजपा जिला अध्यक्ष विजय आचार्य एवं बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष डी. पी. पच्चीसिया ने कहा कि आधुनिक युग में सोलर हब की अधिकता तथा प्रत्येक धरो में भौतिक वातावरण के कारण प्रकृति प्रदूषित होती जा रही है। “एक पेड़ माँ के नाम” के तहत प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र ने अशोक वाटिका के रूप में 51 पेड़ लगाने व उनको सुरक्षित रखने का संकल्प सराहनीय है।
कार्यक्रम में संस्था अध्यक्ष वेदप्रकाश चतुर्वेदी की अध्यक्षता में केंद्र की चिकित्सा अधिकारी डॉ. वत्सला गुप्ता ने अशोक वाटिका को विकसित करने के साथ-साथ अशोक वृक्ष की औषधीय महिमा को बताते हुए कहा कि अशोक का वृक्ष “शुभता का प्रतीक” माना जाता है और इसके छाल, पत्ते, जड़ व छाया प्राकृतिक चिकित्सा के रूप में अपनी विशिष्ट भूमिका निभाते हैं।
चिकित्सा केंद्र के मंत्री बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि “एक पेड़ माँ के नाम” की महिमा व केंद्र में अशोक वाटिका विकसित करने के अंतर्गत अशोक वृक्ष लगाए गए हैं और उन्हें सुरक्षित रखने हेतु ट्री गार्ड भी लगाए गए हैं।
शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम में संस्था परामर्श मंडल अध्यक्ष एडवोकेट तेजकरण गहलोत, पर्यावरण प्रेमी सुमित्रा बिश्नोई, महिला पॉलिटेकनिक कॉलेज की प्रिंसिपल संगीता सक्सेना, उद्योगपति व समाजसेवी मोहन राठी, कमल भांभु, बनवारी लाल अग्रवाल, बैंक यूनियन के सेवा निवृत्त नेता वाई. के. योगी, कार्यकारिणी सदस्य संतोष व्यास, पार्षद एवं सामाजिक कार्यकर्ता सुधा आचार्य, राहुल पारीक, संजय पुगलिया, चंद जोशी, जेठमल नाहटा, रमजान अब्बासी, भुवनेश यादव आदि उपस्थित थे।