भावनाथ आश्रम में बाबा रामदेव का अभिषेक, पूजन व यज्ञ
बीकानेर। कानासर फांटा स्थित संत भावनाथ आश्रम में ‘रामदेव महोत्सव’ पूजन व हवन हुआ। आयोजन से जुड़े बजरंग राजपुरोहित ने बताया कि शनिवार अल सुबह संत भावनाथजी के सानिध्य में श्री बाबा रामदेव जन सेवा समिति के पदाधिकारियों ने बाबा रामदेवजी का पंचामृत द्वारा पुरुष सूक्त से अभिषेक, केशर चंदन एवं पुष्प से आवरण पूजन अर्चन किया तथा महाआरती की गई तथा प्रमुख मंदिर व गौ शाला में ध्वजाएं फहराई गई।
इससे पूर्व ध्वजाओं का रमक झमक के प्रहलाद ओझा ‘भैरुं’,किशन गहलोत एवं ने सपत्नीक पूजन किया पंडित बद्री महाराज ने वैदिक मंत्रोच्चार किया। दोपहर ‘रामदेव महायज्ञ’ किया गया जिसमें पुरुष सूक्त एवं श्रीसूक्त से उपस्थितजनों ने आहुतियां दी। दिनभर आगंतुकों के लिये बाबा महाप्रसाद भण्डारा चला वहीं संकीर्तन व प्रवचन हुआ।
प्रवचन में संत भावनाथ महाराज ने कहा कि मरु भूमि में लोकदेवता हरिरामजी, नखत बना,गोगा पीर और बाबा रामदेवजी जागृत लोक देवता है। स्थान विशेष पर सर्वप्रथम इनकी पूजा की जानी चाहिये। रामदेवजी असाध्य बीमारियों को ठीक करने वाले देव है बस आस्था विश्वास जरूरी है। रात को बाबा रामदेवजी का जागरण हुआ जिसमें भजन वाणी के साथ बाबा की कथा का गायन हुआ।