बच्चों में हुनर तराशते शिविर व बच्चों के सीखने का जज़्बा तारीफ -ए- क़ाबिल- अनुसुईया
बीकानेर 31 मई। रंगारंग प्रस्तुतियों के साथ सयोना संगीत शिक्षण संस्थान के ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर का समापन मुरलीधर व्यास कॉलोनी स्तिथ संस्था प्रांगण में हुआ। व्यव्स्थापिका राजकुमारी व्यास के नेतृत्व में 24वें ग्रीष्मकालीन शिविर में 15 दिनों तक बच्चों को ड्रॉइंग,हैण्ड राइटिंग,मेहंदी, कुकिंग,श्लोक वाचन,योगा,बेलेन्सिंग गेम्स एवं नृत्य आदि का प्रशिक्षण दिया गया। समारोह में मुख्य अतिथि अनुसुइया ने कहा कि बच्चों के सीखने का जज़्बा क़ाबिल-ए-तारीफ है। इस तरह के प्रशिक्षण शिविरों के माध्यम से बहुत सी प्रतिभाएँ उभर कर सामने आती है।
विशिष्ट अतिथि डॉ.पुष्पा ने कहा कि ऐसे शिविरों के माध्यम से बच्चों की झिझक दूर होती है, वे कुछ नया सीखने को आतुर होते है और साथ ही इस प्रकार के शिविर बच्चों के जीवन में साकारात्मक परिवर्तन लेकर आते है। संस्था निर्देशिका सारिका बिस्सा ने 24 वर्षो तक संस्था द्वारा किए गए कार्यो व शिविरों के दौरान की जाने वाली गतिविधियों पर प्रकाश डाला। साथ ही संस्था के 24 वर्ष पूर्ण कर 25वें वर्ष में प्रवेश करने के आगामी किए जाने वाले कार्यों की रूपरेखा के बारें में बताया।
संस्था जल्द ही 40 साल से ऊपर की महिलाओं के लिये उनके स्वास्थ्य जागरुकता हेतू एक निशुल्क कार्यशाला का आयोजन करने जा रही हैं।
शिविर की संयोजक क राज कुमारी व्यास ने बताया कि लगभग तीस बच्चों ने शिविर में भाग लिया और सब बच्चों में कुछ नया सीखने की इच्छा शक्ति थी उसी का परिणाम है कि यह शिविर आज सफलता पूर्वक सम्पन्न हो रहा है। आशा है कि बच्चों की प्रतिभा को निखारने के लिए उनके माता पिता समय-समय पर ऐसे शिविरों में बच्चों की सहभागिता करवाते रहेंगे। शिविर में बच्चों ने संगीत एवं नृत्य की प्रस्तुति दी। साथ ही बच्चों द्वारा की गई पेंटिंग, मेहंदी की प्रदर्शनी भी लगाई गई।
शिविर में निकिता, दर्शना, दीक्षिता, युक्ति, केशव, जिज्ञांशु, यश, यशवंत, सन्युक्ता, जयश्री, आयुष, ऋषी, रिद्धिमा, वेदांगना, दिव्यांशी, रोहित, विदुशी, लक्ष्य आदि बच्चों ने मनमोहक रंगारंग प्रस्तुतियाँ दी। समारोह के अंत में संस्था सचिव गणेश व्यास ने संस्था के कार्यो का उल्लेख करते हुए सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।