तीस गांवों से जुड़े और उपतहसील बन चुके सूडसर रेलवे स्टेशन पर हो गाड़ियों का ठहराव
एफओबी बनवाने की भी मांग
बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल, रेल यात्री हेल्प कमेटी व श्री हनुमानजी मंदिर ट्रस्ट सूडसर ने दिया संयुक्त ज्ञापन
बीकानेर। बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल, रेल यात्री हेल्प कमेटी व श्री हनुमानजी मंदिर ट्रस्ट सूडसर का एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल बुधवार को उत्तर-पश्चिम रेलवे के बीकानेर मंडल के सीनियर डीसीएम महेश कुमार जेवलिया से मिला। प्रतिनिधिमंडल में मंडल के उपाध्यक्ष व रेलयात्री हेल्प कमेटी के अध्यक्ष अनिल सोनी झूमरसा, श्री हनुमानजी मंदिर ट्रस्ट सूडसर के अध्यक्ष किशन स्वामी व युवा व्यापारी प्रवेश कुमार जोशी शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने रेलवे अधिकारियों को बताया कि सूडसर रेलवे स्टेशन तीस गांवों से जुड़ा हुआ है तथा वर्तमान में सूडसर उप तहसील भी बन चुका है।
यहां आस-पास के काफी लोग प्रवास करते हैं। उनका यहां आना-जाना रहता है। बीकानेर से धार्मिक स्थलों की ओर जाने वाली ट्रेन का ठहराव यहां ना होने से आस-पास के श्रद्धालूओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्वामी ने बताया कि गाड़ी संख्या 14717-14718 बीकानेर-हरिद्वार-बीकानेर मेल एक्सप्रेस, गाड़ी संख्या 19334-19333 बीकानेर-इंदौर बीकानेर महामना एक्सप्रेस, गाड़ी संख्या 12372-12371 बीकानेर-हावड़ा बीकानेर सुपरफास्ट साप्ताहिक एक्सप्रेस गाड़ी का ठहराव दिए जाने की मांग की गयी है।
उक्त गाडिय़ों के सूडसर स्टेशन पर ठहराव करवाकर आम श्रद्धालूगण व सूडसर प्रवासियों को राहत प्रदान करने की मांग भी की गयी है। साथ ही प्रतिनिधिमंडल ने सूडसर रेलवे स्टेशन (बीकानेर-रतनगढ़) खण्ड पर एक नम्बर प्लेटफॉर्म से द्वितीय नम्बर प्लेटफॉर्म पर आने के लिए एफओबी (फुट ओवर ब्रिज) बनवाने की मांग भी की। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि सूडसर में मुख्य प्लेटफार्म से दूसरी तरफ द्वितीय प्लेटफार्म की तरफ दक्षिण साइड में जाने की कोई व्यवस्था नहीं है।
रेलवे स्टेशन के दक्षिण की तरफ हनुमानजी का प्रसिद्ध भव्य मंदिर बना हुआ है तथा गणेशजी, माताजी सहित अन्य पांच मंदिर बने हुए हैं। इसके अलावा सैकड़ों की संख्या में गांव के लोग व भक्तगण तथा रेलगाडिय़ों से आने वाले यात्री व भक्तगण पैदल स्टेशन की लाईन को अवैध रुप से पार करके ट्रेसिंग पास करते हैं जिससे दुर्घटना की संभावना रहती है। विशेषकर महिलाओं व बच्चों को काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। ऐसी स्थिति को देखते हुए जल्द से जल्द एफओबी बनाया जाए। मांगों के ज्ञापन की एक प्रतिलिपि रेलवे की डीसीएम उर्वशी शेखावत को भी प्रेषित की गयी।