बाहर से आए प्रत्येक व्यक्ति का स्वास्थ्य परीक्षण अनिवार्य – कलक्टर गौतम
बीकानेर। जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने कहा कि बाहर से जो भी व्यक्ति आया है उसके स्वास्थ्य का परीक्षण आवश्यक रूप से हो जाए, इसके लिए जिले के सभी पीएचसी और सीएचसी स्तर पर नियुक्त चिकित्सकों को जिम्मेदारी सौंपी जाए कि वह अपने अपने क्षेत्र में भ्रमण कर यह सुनिश्चित करेंगे कि बाहर के जिले से आए प्रत्येक व्यक्ति के स्वास्थ्य का परीक्षण हो गया है और 14 दिन तक उसके स्वास्थ्य पर लगातार निगरानी रखी जाए। जो भी व्यक्ति बाहर आता है उसकी सूचना चिकित्सक द्वारा संकलित की जाए और संबंधित क्षेत्र के ब्लॉक सीएमएचओ को आवश्यक रूप से दी जाए ।
कुमार ने गुरुवार को राजीव गांधी सेवा केंद्र में आयोजित बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पिछले 2 दिनों से नोखा में महाराष्ट्र, चेन्नई और तमिलनाडु से बड़ी संख्या में प्रवासी आए हैं इन सभी के स्वास्थ्य का परीक्षण किया जाए और इनको होम क्वॉरेंटाइन में रखने के लिए भी समय-समय पर चिकित्सा विभाग के अधिकारी, कर्मचारी, ग्रामसेवक, पटवारी और राजस्व विभाग से जुड़े अन्य अधिकारी भ्रमण कर सुनिश्चित करते रहें कि ये सभी लोग होम क्वॉरेंटाइन में ही है। उन्होंने कहा कि ब्लॉक सीएमएचओ द्वारा सारी सूचना एकत्रित कर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को प्रतिदिन उपलब्ध करवाई जाए और जिला स्तर पर इस संबंध में पूरी सूचना का संकलन कर तत्काल जिला प्रशासन को उपलब्ध करवाई जाए।
जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि जिले की नोखा और श्रीडूंगरगढ़ के एंट्री पॉइंट पर जो चेक पोस्ट स्थापित किया हुआ है यहां पर आने वाले सभी लोगों का स्वास्थ्य का परीक्षण किया जाए, साथ ही सभी से होम क्वॉरेंटाइन में रहने का बंध पत्र भी भरवाए जाए।
बाहर से आने वालों के लिए स्टेट क्वॉरेंटाइन की भी व्यवस्था हो
जिला कलक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि जिन लोगों को होम क्वॉरेंटाइन ना करके स्टेट क्वॉरेंटाइन करना हो उनके लिए स्टेट क्वॉरेंटाइन के लिए कुछ और अतिरिक्त भवनों का चयन किया जाये। भवन की चिन्हिकरण करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि वहां कमरे अधिक हो तथा कमरों में हवा और रोशनी की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए।
500 जांचे प्रतिदिन की जाए
जिला कलक्टर ने कहा कि वर्तमान में बाहर से आने वाले लोगों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग इस तरह की कार्य प्रणाली अपनाए, कि प्रतिदिन 500 लोगों का कोराना का परीक्षण हो जाए। बीकानेर मेडिकल कॉलेज में 500 जांच प्रतिदिन हो सकती है और इसकी रिपोर्ट 8 घंटे में आ जाती है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा जांचे हों।
समन्वित प्रयासों से जिले को कम्युनिटी स्प्रेड से बचाएं
गौतम ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम में बीकानेर अब तक काफी हद तक सफल रहा है। रेड जोन से और ओरेंज जोन में बदलने में संदिग्ध के संपर्क की ट्रेसिंग और संदिग्धों की अधिकाधिक जांच और स्टेट क्वॉरेंटाइन रखे जाने से संक्रमण की रोकथाम में काफी मदद मिली। उन्होंने कहा कि कम्युनिटी स्प्रेड के खतरे से बीकानेर को बचाए रखने के लिए सभी संबंधित एजेंसियों को समन्वित प्रयास करने होंगे तभी इस खतरे को कम किया जा सकता है और लोगों को सुरक्षित रखा जा सकता है। गौतम ने कहा कि स्टेट क्वॉरेंटाइन रखे जाने के दौरान लोगों की आधारभूत सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा जाए, गर्मी के मौसम को देखते हुए जो भी आवश्यक सुविधाएं जरूरी हो उपलब्ध करवाई जाए।