बीकानेर में इस होली पर उड़ेगी 200 टन गुलाल
बीकानेर । बीकानेर में होली पर्व पर एक ही दिन में करीब डेढ़ से दो करोड़ रुपए की 200 टन गुलाल उड़ जाएगी। यह कहना है गुलाल कारोबारियों का। डेढ़ टन को गुलाल बनाने में पूरा दिन लग जाता है। दीपावली के 15 दिन बाद से गुलाल का उत्पादन शुरू हो जाता है और यह काम लगातार चार माह तक चलता है। रतन सागर कुएं के पास संचालित फर्म श्री रंगराज कुटीर उद्योग के प्रमुख विपुल नाहटा कहते है कि अब बाजार में सामान्य गुलाल के मुकाबले अरारोट गुलाल की डिमांड बहुत ज्यादा है। अरारोट गुलाल सामान्य गुलाल से 6 गुना ज्यादा महंगी है। पिछले सालों में जहां 100 टन अरारोट गुलाल बिकती थीं जो इस बार 150 टन तक बिकी है। हालात यह है कि इसकी डिमांड भी पूरी नहीं हो पाती। पिछले सालों में सामान्य गुलाल जहां 150 टन तक बिक जाती थीं वो अब घटकर महज 40 टन ही रह गई है। रॉ मैटेरियल महंगा होने से इस बार गुलाल 5 रुपए प्रति किलो महंगी हो गई है। फिर भी डिमांड ज्यादा है।
विपुल नाहटा कहते है कि पहले होली सबसे सस्ता त्यौहार था। एक व्यक्ति महज 200 रुपए में होली खेल लेता था, लेकिन अब दो से ढाई हजार रुपए खर्च कर देते हैं। लोगों की सोच बदल गई है। अब कस्टमर क्वालिटी को ज्यादा महत्व देने लगा है। साथ ही खर्चा करने के लिए भी तैयार है। बड़ा बाजार स्थित गुलाल कारोबारी गिरिराज व्यास कहते है कि अब कस्टमर की पसंद बदल रही है। वह चटक और खुशबूदार गुलाल ही चाहता है। इनमें भी लाल, गुलाबी, पीली व हरी गुलाल ज्यादा निकलती है। नीली, जामुनी बहुत कम निकलती है।
घट रही है कलर की डिमांड रंग गुलाल कारोबारियों का कहना है कि गुलाल के मुकाबले कलर की डिमांड हर साल लगातार कम हो रही है। कलर के बाजार में होलसेल के भाव 1500 रुपए प्रति किलो है। लोग एलर्जी फेक्टर के कारण कलर लगाने व लगवाने में रूचि कम लेने लगे हैं। यही वजह है कि हर साल 20 से 25 प्रतिशत डिमांड कम होती जा रही है।.
गुलाल सिलेंडर की जबरदस्त है मांग कारोबारी नाहटा बताते हैं कि इस बार गुलाल सिलेंडर की भंयकर मांग बनी हुई है, लेकिन आपूर्ति नहीं कर पा रहे हैं। बाजार में 60 सिलेंडर बिक चुके हैं और डिमांड 400 की है। ये दिल्ली और हाथरस से आते हैं। इसमें हवा में 60 से 70 फुट हाइट पर कलरफुल धुआं बनता है। इसलिए यूथ इसे बेहद पसंद करते हैं। चार किलो गुलाल क्षमता वाला सिलेंडर 900 से 1000 रुपए में बिकता है।
बच्चों को लुभा रहीं हैं पिचकारियाँ बाजार में इस बार युवाओं और बच्चों को लुभाने के लिए विभिन्न आकर्षक पिचकारियाँ बाजार में खूब बिक रही हैं। जस्सूसर गेट के बाहर कारोबारी पंकज स्वामी कहते है कि सबसे बड़ी पिचकारी 800 रुपए की है और इसकी फ्वांर की रेंज करीब 50 मीटर है। इसके अलावा नये आइटम में 150 से 250 रुपए में सपेरे की बीन, लाइटर, तलवार, सिगरेट और बेलन के आकार की पिचकारियाँ खूब पसंद आ रही हैं। बच्चों को पिट्ठू पिचकारी पसंद आ रही है। इसमें एलियन, रेबिट, बंदर, भालू आदि आकृतियों वाली पिचकारियाँ बच्चों को लुभा रही हैं।