जिज्ञासु प्रवृत्ति और वैज्ञानिक सोच विकसित करें विद्यार्थी: डॉ पी सी पंचारिया
सीरी में पीएम श्री इंटर्नशिप कार्यक्रम का हुआ समापन, विद्यार्थियों ने प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न मॉडल तैयार किए
पिलानी। सीएसआईआर- सीरी, पिलानी में 28 फरवरी से आरंभ हुए “पीएम श्री इंटर्नशिप कार्यक्रम” का समापन गौरवपूर्ण ढंग से आयोजित दीक्षांत समारोह के साथ हुआ । कार्यक्रम में पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय, काजड़ा के 80 विद्यार्थियों एवं पांच शिक्षकों ने भाग लिया। दीक्षांत समारोह में डॉ पंचारिया ने छात्र-छात्राओं को प्रतिभागिता प्रमाण पत्र भेंट किए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के निदेशक डॉ पी सी पंचारिया ने की। इस अवसर पर सभी प्रतिभागी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज संपूर्ण विश्व भारत की ओर आशा भरी नजरों से देख रहा है। भारत सरकार युवाओं को स्टार्टअप इंडिया मिशन के अंतर्गत नवाचारों के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों में जिज्ञासु प्रवृत्ति और वैज्ञानिक सोच का होना बहुत जरूरी है। साथ ही उन्होंने कहा कि वे समस्याओं के वैज्ञानिक समाधान की दिशा में भी सोचें। इसी से उन्हें नवाचार की प्रेरणा मिलेगी। डॉ पंचारिया ने विकासशील से विकसित राष्ट्र बनने की यात्रा में विद्यार्थियों को अपना योगदान देने का आह्वान किया । अपने संबोधन के अंत में उन्होंने सभी विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर पीएम श्री जेएनवी, काजड़ा के प्रधानाचार्य संजय कुमार यादव ने भारत सरकार की पीएम श्री योजना पर प्रकाश डालते हुए बताया कि नई शिक्षा नीति के अंतर्गत विद्यार्थियों के समावेशी विकास पर बल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के अंतर्गत वडोदरा, गुजरात के नवोदय विद्यालय की छात्राएं भी शामिल हुई हैं।
पांच दिवसीय इंटर्नशिप कार्यक्रम में प्रतिभागी विद्यार्थियों को पांच समूहों में विभाजित कर अलग-अलग प्रोजेक्ट बनाने के लिए दिए गए। विद्यार्थियों ने स्टेमरोबो, नोएडा के प्रशिक्षक शिवम पांडे और संस्थान के शोध छात्रों के मार्गदर्शन में ऑटोमेटिक स्ट्रीट लाइट, कंपोनेंट असेंबली ऑन ब्रेडबोर्ड, आर्डयूनो रोबोटिक्स किट, स्मार्ट होम ऑटोमेशन, अनजान व्यक्ति के प्रवेश पर बजने वाला सेंसर आधारित अलार्म सिस्टम और ज्वेलरी मॉनिटरिंग सिस्टम मॉडलों पर काम किया।
कार्यक्रम के संयोजक प्रमोद तँवर, प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख, पीएमई ने जिज्ञासा कार्यक्रम की पृष्ठभूमि से अवगत कराया। समापन एवं विदाई समारोह का संचालन करते हुए उन्होंने आयोजन में सहयोग के लिए सभी के प्रति आभार प्रकट किया।
विद्यार्थियों ने भी अपने फीडबैक में कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें न केवल वैज्ञानिकों से संवाद का अवसर मिला बल्कि संस्थान की गतिविधियों को जानने का भी अवसर प्राप्त हुआ है। इसके अलावा अलग-अलग मॉडल बनाकर भी सीखने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने विद्यार्थियों को यह अवसर देने के लिए संस्थान के निदेशक एवं अन्य अधिकारियों को धन्यवाद दिया।