सावधान! ऑनलाइन लॉन के नाम पर हो रही है जालसाजी
रोटेरीयन ऋषि आचार्य के साथ हुआ लोन फ्राॅड
बीकानेर, 11 फरवरी। बीकानेर के पीलेजीयन साॅफ्टवेयर संचालित करने वाले प्रोग्रामर और वर्तमान में रोटरी क्लब बीकानेर के अध्यक्ष ऋषि आचार्य देश दुनिया भर मे अपनी साॅफ्टवेयर सेवाएं देते है और इस बाबत उन्होंने ग्राहकों के सुविधार्थ अपनी बैंक डिटेल अपनी वेबसाइट पर दे रखी है। किसी अनजान व्यक्ति द्वारा उनके एचडीएफसी सेविंग अकाउंट मे 31 जनवरी को दो बार 2160 रूपये उनके खाते में डाले गए, किसी पुराने ग्राहक ने नहीं बताया कि उन्होंने भेजे और नये ग्राहक द्वारा भी क्लेम नही किया, इस ट्रांजेक्शन भेजने वाले का कुछ पता भी नही चला।
बाद में 6 फरवरी को एक फोन तथा वाट्सएप मैसेज आया कि आपको 2160 के दोनो ट्रांजेक्शन के तहत लोन दिया था जो कि आज दोनो अमाउंट 3600 रूपये की आज ड्यू डेट है और सायं 6 बजे तक चुकाना है तो सिबिल बिगड़ने के खतरे को ध्यान मे रखने के चक्कर में किसी अन्य खतरे से अनजान ऋषि आचार्य ने प्राप्त राशि के आधार पर 3600-3600 की राशि भुगतान कर दी। जब ऋषि आचार्य ने भलमानष में फोन कर्ता से कहा कि मैनें राशि तो आपको भेज दी है लेकिन मैने तो इस लोन को अप्लाई ही नही किया तो मेरे खाते मे कैसे आये तो उन्होंने इस पर ज्यादा स्पष्टता नही दी और आगाह किया कि आगे से कभी आपके पास कोई ऐसा फोन आये तो पैसा नही देवें, हो सकता है वो आपको लगातार दबाव बनायेंगें, आचार्य ने इस बात को सामान्य लेते हुए अपने काम मे लग गये और किसी से कोई चर्चा भी नही की।
फिर तीन दिन पूर्व गुरूवार, 8 फरवरी को किसी लोन एप्प के माध्यम से कुल 3 हजार रूपयों का लोन चुकाने के लिये तल्ख तीखी आवाज में फोन आता है कि लोन चुकाईये! ऋषि आचार्य सोचते रह जाते है कि अभी पाँच दिन पूर्व ही तो दोनो राशि भेजी है अब फिर यह तीसरा लोन कब? किससे? यह लोन ले लिया जो चुकाया भी नही है और अब इस आवाज मे सुनना पड़ रहा है! फोन करने वाले ने 6 फरवरी 2024 को ट्रांजेक्शन होना बताया! ऋषि आचार्य ने अपने सेविंग और करंट अकाउंट खंगाला तो उस तारीख का कोई ट्रांजेक्शन राशि उसमे नही मिली।
जब आचार्य ने लगातार अलग अलग लोगों के द्वारा फोन आने पर उनसे डिटेल मांगते तो एक फोनकर्ता ने एक ट्रांजेक्शन डिटेल भेजी। वो अकाउंट नम्बर उनके किसी बैंक खाते से मैच नही खा रहा था और ऐसे किसी लोन की कोई याद्दाश्त मे नही आने पर गौर नही किया। तभी आज 11 फरवरी को सुबह 8 बजे से एक मोबाइल की घंटिया दन दनादन बजने लगी, हर दस बीस मिनट मे एक नये नम्बर से बड़ी ही गाली गलौज वाली भाषा में महिला -पुरूषों की फोन काॅल्स आने लग गये लोन चुकाने के लिये, यहां तक की उन्होने इस बात की भी धमकी देनी शुरू कर दी की हमारे पास आपके अश्लील वीडियों भी है जो आपके काॅन्टेक्ट्स को भेज देंगें सोशल मीडिया पर फैला देंगें।
इतनी स्पीड और इस भाषा से फोन आने पर घबराये ऋषि आचार्य ने बीकानेर साइबर सेल से सम्पर्क साधा तो उन्होने सांत्वना देते हुए बताया कि आप घबराये नही इस तरह के फोन काल्स आॅनलाइन ठगी क्राइम के मामले है, ये फ्राॅड और स्कैम के अब आम होने लगे है और पुलिस विभाग सैकड़ों की संख्या में नित नियमित ऐसे लोगो पर कार्यवाही कर रहा है और ऐसी मोबाइल भी एप्प बंद करवा रहे है, लेकिन यह गैंग सिस्टम बहुत बड़ा और शातिराना ढंग से कहीं ना कहीं ना चालू ही रहता है और समय सयम पर पकड़ में आते रहते है, आप पैसे का भुगतान बिल्कुल भी ना करें। एक बार कर दोगे तो समस्या और विकराल होती जायेगी, और यही हुआ कि उन्होने दो 3600/- के दो ट्रांजेक्शन कर दिये है तो अब भला समझकर कर उनको परेशान किया जा रहा है।
मीडिया के साथ जानकारों के साथ इस बात की जानकारी दी तो मामला पकड़ में आया कि ऐसे मामले पुरे देश भर मे आम हो चुके है। शातिर लोग गैंग बनाकर आम लोगों की आधार कार्ड, पेन कार्ड व फर्जी एप्प के माध्यम से काॅन्टेक्ट बुक चुराकर, वाट्सएप और फेसबुक डीपी से चेहरा उठाकर उसे फोटोशाॅप से अश्लील तस्वीरों मे बदल बदल कर, एआई तकनीक से माॅर्फ वीडियों बनाकर सगे-सम्बंधियों, मित्रों और जानकारों को भेजने का डर दिखाकर पैसे ऐंठने का काम करते है।
रोटरी मिडटाउन अध्यक्ष आचार्य का सरदर्द तब और बढ़ गया जब उनके रोटरी सम्पर्क के एक साथी ने उनकों फोन करके कहा कि ऋषि जी आपके आधार कार्ड, पैन कार्ड के साथ अश्लील फोटो घटिया आरोपों के साथ मिला है! सामाजिक छवि के साथ हजारों व्यावसायिक सम्पर्क नंबर फोन लिस्ट मे लिये बैठे ऋषि आचार्य के लिये चिन्ता का विषय हो गया, उन्होने अपने वाट्सएप और सोशल मीडिया अकाउन्ट्स के माध्यम से उनके साथ हो रहे इस स्कैम की जानकारी साझा की है।
इस घटना से एक बार फिर यह सबक है कि हमे किसी भी प्रकार से अपनी आॅनलाइन उपस्थिति, सामान्य जानकारीयां, बैंक डिटेल, आधार कार्ड, पैन डिटेल यहां तक की सामान्य गतिविधियां आॅनलाइन सोशल मीडिया पर जग जाहिर नही करनी चाहिए।