शहर के सूने पड़े मंदिरों का कायाकल्प करेंगे बीकानेर के 30 कलाकार
डेढ़ सौ साल पुराने गोबर के हनुमान जी के मंदिर से करेंगे शुभारम्भ
बीकानेर। बीकानेर के 30 से भी ज्यादा कलाकार शहर के सूने पड़े मंदिरों का कायाकल्प करने जा रहे हैं। इस कड़ी में विश्वकर्मा गेट के सामने वाली गली में बिन्नाणी बगेची स्थित खाकी बाबे की बगेची के गोबर के हनुमान मंदिर से शुभारम्भ किया जाएगा। यह मंदिर डेढ़ सौ साल पुराना बताया जा रहा है। यह जानकारी महावीर आर्ट एंड फ्लेक्स के प्रमुख महावीर रामावत में बुधवार को कलाकारों की बैठक के दौरान दी गई। रामावत ने बताया कि इन सूने मंदिरों में रिपेयरिंग, चित्रकारी, पेंटिंग्स की जाएगी। साथ ही रामायण के दोहे लिखे जाएंगे।
कलाकार मुकेश जोशी सांचीहर ने बताया कि 21 जनवरी को सुबह 10 बजे 30 से भी ज्यादा कलाकार पेंटिंग, चित्रकारी, दोहे लिखने आदि का काम करेंगे। यह काम शाम 5 बजे तक पूरा करने का प्रयास रहेगा। वहीं अगले दिन 22 जनवरी की शाम 5 बजे से सुंदरकांड पाठ व भजन संध्या का आयोजन रखा गया है। कलाकार मोना सरदार डूडी ने बताया कि खाकी बाबा बगेची के बाद शहर में हर माह एक सूने पड़े मंदिर का काम हाथ में लेंगे और उसे चमन करेंगे। इस पुनीत कार्य में महावीर रामावत, मोना सरदार डूडी, मुकेश जोशी सांचीहर, एस के नाथ, दिनेश नाथ, हिमानी शर्मा, रवि शर्मा, राम भादाणी, कमल किशोर जोशी, अनिकेत कच्छावा उमाशंकर, धर्मा पेंटर, श्रीवल्लभ पुरोहित, मुदित शर्मा आदि कलाकार अपने हुनर का प्रदर्शन कर सहयोग करेंगे।
इक्कठा किया 27 गांवों का गोबर
कलाकार महावीर रामावत बताते है कि खाकी बाबा की बगेची में करीब डेढ़ सौ साल पुराने गोबर के हनुमान जी को खाकी बाबा ने बनाया था। वे इस मंदिर में बैठकर तपस्या करते थे। उन्होंने 27 गांवों का गोबर इक्कठा किया फिर रामभक्त हनुमान जी का आकार दिया। मंदिर के पास ही राम दरबार है। इसी के निकट खाकी बाबा की जीवत समाधी भी है। महावीर बताते है कि इस हनुमान जी की हाइट करीब 8 फुट है। इस प्राचीन मंदिर को भव्य रूप देना का निर्णय बुधवार की बैठक में लिया गया है।