कल बंद रहेगी अनाज मंडी, कृषि उपज पर 2% टैक्स का विरोध
बीकानेर। राजस्थान सरकार द्वारा कृषक कल्याण फीस के रूप में कृषि जिंसों की खरीद व बिक्री पर 2 प्रतिशत नया टैक्स लगाने अनाज मंडी कारोबारियों ने विरोध जताया है। श्री बीकानेर अनाज मंडी कच्ची आढ़त संघ के अध्यक्ष जगदीश पेड़ीवाल व मंत्री नन्द किशोर राठी ने कल की मंडी बंद का आह्वान किया है। वहीं जोधपुर प्रांत के भारतीय किसान संघ के तुलछाराम सिंवर ने सीएम अशोक गहलोत व केंद्रीय किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी को ज्ञापन भेजा है। उन्होंने सरकार से तत्काल टैक्स वापस लेने की मांग की है। इसके अलावा बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष डी पी पचीसिया ने भी विरोध जताया है।
कृषि कल्याण फीस कृषि आधारित उद्योगों के लिए बनी कोढ़ में खाज
बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारका प्रसाद पच्चीसिया ने आज राजस्थान सरकार द्वारा जारी की गई 100 रुपये पर 2 रुपये कृषक कल्याण फीस का विरोध करते हुए बताया गया कि राज्य सरकार द्वारा पूर्व में ही कृषि आधारित उद्योगों से 1.60 की दर से कृषि मंडी शुल्क वसूला जा रहा है जबकि राजस्थान के अलावा पड़ोसी राज्यों में मंडी शुल्क बहुत ही कम है । जहां एक और पूरा व्यापार व उद्योग जगत कोरोनावायरस के कारण लगे लाॅक डाउन की वजह से बंद पड़े व्यवसायिक व औद्योगिक प्रतिष्ठान के कारण अपनी आजीविका चलाने में असमर्थ हो रहा है वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार ने कृषि आधारित उद्योगों को छूट देने की बजाय इस कृषक कल्याण फीस का भार डाल कर सभी औद्योगिक व व्यापारिक संस्थानों के अस्तित्व पर तलवार लटका दी है और साथ ही यह भी फैसला लिया गया कि यदि राज्य सरकार इस अधिसूचना को वापस नहीं लेती है तो बीकानेर जिला उद्योग संघ द्वारा इस अधिसूचना का पुरजोर विरोध किया जाएगा ।
इनका कहना है
कोविड-19 के कारण जल्दी खराब होने वाली फसलों में बड़ा आर्थिक नुकसान झेल चुके किसानों को अन्य कृषि जिंसों की बिक्री से कुछ राहत की उम्मीद थी लेकिन ऐसे समय मे जब किसानों को कृषि जिंसों का सुचारू व्यापार नही होने व उपभोक्ताओं की ओर से मांग में कमी आने से फसलों के उचित भाव प्राप्त करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे समय में राजस्थान सरकार द्वारा कृषक कल्याण फीस के रूप में कृषि जिंसों की खरीद व बिक्री पर 2 प्रतिशत नया टैक्स लगा कर किसानों के लिए और मुश्किलें खड़ी कर दी है।कहने को तो इस टैक्स का भुगतान कृषि जिंसों का व्यापार करने वाले व्यापारीयों को करना है, लेकिन वास्तविकता यह है कि कृषि जिंसों पर किसी भी प्रकार की लागत बढ़ने का खामियाजा हमेशा किसानों को ही भुगतना पड़ता है।
ऐसे में कृषक कल्याण फीस के नाम से 2 प्रतिशत के इस टैक्स का सीधा असर किसानों से खरीद की जाने वाली कृषि जिंसों के भावों में इतनी ही कमी के रूप में भुगतना पड़ेगा।
जिससे इस आपदा के समय आर्थिक सहयोग की उम्मीद लगाए किसानों के लिए बड़ा झटका है।
भारतीय किसान संघ कृषि जिंसों पर किसी भी प्रकार के टैक्स के पक्ष में नही है अतः इस टैक्स को राजस्थान सरकार तत्काल वापस लें। – तुलछाराम सिंवर, आंदोलन व प्रचार प्रमुख, भारतीय किसान संघ, जोधपुर प्रांत
आज लॉकडाउन जैसी विपरीत परिस्थियों में भी राजस्थान सरकार ने कृषि उपज पर किसान कल्याण कोष 2% एक्सट्रा टैक्स लगाकर अति संवेदनहीनता का परिचय दिया है । जैसे ही यह सूचना मण्डी के व्यापारियों को प्राप्त हुई सभी व्यापारियों ने बोली बन्द कर दी एवं माल नहीं खरीदने का फैसला किया। इस टैक्स के विरोध स्वरूप अनाज मण्डी कल पूर्णतया बन्द रहेगी । किसानों से आग्रह है कि मण्डी में माल नही लाएं।
जगदीश पेड़ीवाल, अध्यक्ष व नंदकिशोर राठी, मंत्री