बीकानेर पर आक्रमण की आशंका, सीमावर्ती क्षेत्रों में सायरन के जरिए सूचना पहुंचाने की तैयारी
बीकानेर। जिले में टिड्डी के आक्रमण की संभावना के मद्देनजर जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने कृषि, राजस्व और पंचायती राज विभाग के अधिकारियों को समन्वय करते हुए सुदृढ़ सूचना तंत्र विकसित करने के निर्देश दिए हैं। जिला कलक्टर ने इस सम्बंध में मंगलवार को अपने कक्ष में बैठक आयोजित की। गौतम ने कहा कि टिड्डियों को प्रथम आक्रमण के साथ ही समाप्त करने के लिए पहले से ही सभी तैयारियां पूरी कर ली जाए। जिले से सटी 167 कि.मी अंतराष्ट्रीय सीमा को सीमा चैकियों के अनुसार अलग-अलग ब्लाॅक में बांटकर प्रत्येक ब्लाॅक हेतु नोडल अधिकारी की नियुक्त कर सर्वे एंव नियंत्रण टीमों का गठन किया जाये। अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित गांवों व चकों में किसानों को जागरूक करने के लिए सूचना तंत्र को मजबूत किया जाए। उन्होंने कहा कि इस कार्य में बीएसएफ से भी सहयोग लिया जाए। कृषि विभाग के कृषि पर्यवेक्षक, सहायक कृषि अधिकारी, पटवारी, ग्रामसेवक को टीम के रूप में नियुक्त कर टिड्डी निगरानी हेतु पाबंद करें। इन ब्लाॅक में आने वाले जनप्रतिनिधियों के साथ भी बैठक आयोजित कर टिड्डी को प्रभावी तरीके से नियंत्रित किया जाए। टिड्डी आक्रमण की सूचना मिलने पर सबंधित ब्लाॅक के नोडल अधिकारी उस ब्लाॅक में आने वाली सीमा चैकी तथा फील्ड स्टाफ एवं एल.सी.ओ के अधिकारियों के मोबाइल नंबर, स्प्रेयर पंप वाले टेक्टर मालिकों के मोबाइल नंबर आपस में उपलब्ध करवाकर सजग होकर कार्य करें। सूचना के आदान प्रदान के लिए व्हाट्सऐप ग्रुप बना लिया जाए।
गौतम ने कहा कि यदि टिड्डी दल का आक्रमण होता है तो इन्हें सीमा पर ही नियंत्रण करने के लिए 600 टेªक्टर मय पावर स्प्रेयर पंप उपलब्ध करवाएं जाए, अतिरिक्त आवश्यकता पड़ने पर भामाशाहों का भी पावर स्प्रयेर पंप खरीदने में सहयोग लिया जाए।
जिला कलक्टर ने समस्त सूचनाओं के संकलन, आदान प्रदान और समन्वय के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के भी निर्देश दिए। सीमावर्ती क्षेत्रों में टिड्डी आगमन की सूचना नियंत्रण कक्ष में देने तथा सायरन के जरिए करीबी क्षेत्र में किसानों को सूचना पहुंचाई जाए जिससे छिड़काव आदि के सम्बंध में पहले से ही तैयारियां की जा सके। गौतम ने कहा कि उपखंड अधिकारी इस सम्बंध में बैठक लेकर प्लानिंग करें। टिड्डी सर्वे एवं नियंत्रण हेतु वाहनों के किराये दर निर्धारण हेतु कमेठी गठित करें। पौध सरंक्षण रसायनों की उपलब्धता के लिए सम्बंधित कंपनियों के प्रतिनिधियों से सम्पर्क कर दरों का निर्धारण करें और सबंधित कंपनी को पाबंद करें कि आवश्यक मात्रा की आपूर्ति निर्धारित समय पर क्रय-विक्रय सहकारी समिति या ग्राम सेवा सहकारी समिति पर कर दी जाएगी। इस सम्पूर्ण प्रक्रिया में यह सुनिश्चित हो कि इन रसायनों की दरें पड़ौसी जिलों में आपूर्तित किये जाने वाले पौध संरक्षण रसायनों की दरों से अधिक ना हों। गौतम ने कहा कि कृषि, टिड्डी नियंत्रण विभाग, राजस्व विभाग, सीमा सुरक्षा बल एवं प्रशासन के अधिकारी आपस में तालमेल करते हुए ऐसी किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तैयारी समय से पूर्व ही कर लें।
नियंत्रण कक्ष स्थापित
उपनिदेशक कृषि विभाग जगदीश पूनिया ने बताया कि सीमा क्षेत्रों में टिड्डी आगमन एवं नियंत्रण हेतु कार्यालय उपनिदेशक कृषि (वि.) जिला परिषद् बीकानेर में नियंत्रण कक्ष (0151-2230140), कार्यालय उपनिदेशक कृषि (वि.), सिचिंत क्षेत्र विकास, इगानप बीकानेर (0151-2226819) एवं टिड्डी नियंत्रण कार्यालय बीकानेर में भी नियंत्रण कक्ष (0151-2202022 स्थापित किया गया है। बैठक में संयुक्त निदेशक कृषि उदयभान सहित सम्बंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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कुचीलपुरा क्षेत्र में निषेधाज्ञा में 10 से 5 बजे तक छूट
बीकानेर। जिला मजिस्ट्रेट कुमार पाल गौतम ने एक आदेश जारी कर पुलिस थाना सदर के अन्तर्गत कुचीलपुरा क्षेत्र में भी प्रातः 10 से सायं 5 बजे तक प्रतिबंधात्मक आदेशों से छूट प्रदान की है।
गौतम ने बताया कि वर्तमान परिस्थितियों एवं आमजन की सुविधा के लिए यह छूट प्रदान की गई है। छूट के दौरान भी लाॅकडाउन एडवाइजरी का पूर्ण अनुपालना करनी होगी। उल्लंघन पाए जाने पर भारतीय दंड संहिता की धारा 188, 269 व 270 तथा राजस्थान महामारी अध्यादेश 2020 के तहत कार्यवाही की जाएगी।