सीरी द्वारा विकसित डीसी माइक्रोगिड को मिला ‘बेस्ट टेक्नोलॉजी ट्रांस्लेशन अवार्ड’
संस्थान के वैज्ञानिक डॉ आनंद अभिषेक ने संस्थान की ओर से प्राप्त किया पुरस्कार
पिलानी, 18 अक्टूबर,। सीएसआईआर-सीरी के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित ‘रीन्यूएबल एनर्जी बेस्ड डीसी माइक्रोग्रिड सिस्टम’ को रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) के रक्षा जैव ऊर्जा अनुसंधान संस्थान (डीआईबीईआर) के हीरक जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित ‘किसान जवान विज्ञान मेला’ में ‘बेस्ट टेक्नोलॉजी ट्रांस्लेशन अवार्ड’ से सम्मानित किया गया। संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ आनंद अभिषेक एवं उनकी टीम द्वारा विकसित नवीकृत ऊर्जा आधारित डीसी माइक्रोग्रिड सिस्टम को यह सम्मान उत्तराखंड के हल्द्वानी में किसान जवान विज्ञान मेले में आयोजित समारोह में डॉ यू के सिंह, महानिदेशक (जीव विज्ञान), डीआरडीओ ने प्रदान किया। संस्थान के वैज्ञानिकों एवं अन्य कार्मिकों ने इस पुरस्कार के लिए डॉ आनंद और उनकी टीम को बधाई दी।
डॉ आनंद एवं उनकी टीम द्वारा विकसित टेक्नोलॉजी सौर ऊर्जा से चालित है जिससे हर समय (24×7) बिजली प्राप्त की जा सकेगी। यह डीसी माइक्रोग्रिड प्रणाली एसी माइक्रोग्रिड की अपेक्षा अधिक कार्यकुशल है और इससे सिस्टम का नियंत्रण भी सरल हो जाएगा। यह सिस्टम मार्केट में उपलब्ध विद्युत उपकरणों जैसे बीएलडीसी मोटर वाले पंखों, एलईडी ट्यूबलाइट और एलईडी बल्ब आदि के उपयोग के लिए मील का पत्थर सिद्ध होगा। वर्तमान में इस प्रणाली को संस्थान के डिस्पेन्सरी परिसर में लगाया गया है जिसके द्वारा डिस्पेन्सरी परिसर में 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है। यह सिस्टम ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति के लिए स्वतंत्र रूप से भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
डीआरडीओ-डीआईबीईआर द्वारा 14 से 16 अक्टूबर के दौरान हल्द्वानी में आयोजित किसान-जवान-विज्ञान मेले में लगाई गई प्रदर्शनी में आत्मनिर्भर भारत अभियान में योगदान देने के लिए विकसित जैविक खेती, सौर ऊर्जा, हाइब्रिड ऊर्जा प्रणाली आदि से संबंधित स्टॉलों के अलावा महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार हस्तशिल्प उत्पादों को भी प्रदर्शित किया गया था। मेले में जिलेभर से आए किसानों, विद्यार्थियों एवं अन्य लोगों ने विकसित प्रौद्योगिकियों की जानकारी प्राप्त की। मेले का उद्घाटन रक्षा राज्य मंत्री श्री अजय भट्ट द्वारा किया गया। मेले में सैन्य एवं अर्धसैनिक बलों को दिए जाने वाले पुरस्कारों के अलावा उद्योग और एमएसएमई सहित शोधकर्ताओं को भी पुरस्कृत किया गया।
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