बीकानेर के व्यापारी उद्यमियों ने सांचू बॉर्डर का किया भ्रमण
बीएसएफ के डीआईजी पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़ के नेतृत्व में भारत पाक बॉर्डर को निहारा
बीकानेर ।बीकानेर के व्यापारी उद्यमियों ने शनिवार को भारत पाक बॉर्डर की सांचू सीमा चौकी का भ्रमण किया। बीकानेर जिला उद्योग संघ, बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल सीमा जन कल्याण समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस भ्रमण कार्यक्रम में 40 के करीब कारोबारी शामिल हुए। सांचू पहुंचने के बाद बीएसएफ के डीआईजी पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़ ने सांचू पोस्ट के बारे मे संक्षिप्त जानकारी दी। इस दौरान सीमाद्वार शिलान्यास समारोह सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में सीमाजन कल्याण समिति के सानिध्य में सीमा सुरक्षा बल बीकानेर फ्रंटियर के उप महानिरीक्षक पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़, 124 बटालियन के समादेष्टा संजय तिवारी, समिति के राजेश लदरेचा, बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया, बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल के अध्यक्ष मनमोहन कल्याणी ने सीमाद्वार का भूमि पूजन और शिलान्यास किया। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम रखा गया। इसमें बीएसएफ के जवानों ने जोशीले अंदाज में देशभक्ति गीतों से समां बांध दिया। इस अवसर पर एडवोकेट राजेश लदरेचा ने सीमाजन कल्याण समिति द्वारा किए जा रहे हैं कार्यों से अवगत कराया।। लदरेचा ने कारोबारियों से बॉर्डर डवलपमेंट में सहयोग करने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने उपस्थिति जवानों व ग्रामीणों को बीकानेर के उद्यमियों व्यापारियों द्वारा सांचू पोस्ट में सुविधाएं उपलब्ध कराने के पुनीत कार्य की जानकारी दी। डीआईजी पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़ ने अपने उद्बोधन में बीएसएफ के वॉर हीरो भंवर सिंह और अपने पिता के बहादुरी के संस्मरण सुनाएं। उन्होंने सांचू पोस्ट के द्वार बाहर रखे टैंकों के बारे में बताया कि देश की एक मात्र चौकी सांचू में ही टैंक मिलेंगे। इन्हें यहां स्थापित करने में लगे संघर्ष और जवानों के सहयोग के बारे में बताया। साथ ही सांचू पोस्ट को टूरिस्ट प्वाइंट बनाने के उद्देश्य से अवगत करवाया। बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने बताया कि सांचू पोस्ट के विकास में सहयोग करना भी देशभक्ति के दायरे में आता है। पचीसिया ने कारोबारियों को सीमा दर्शन करवाया। जहां विभिन्न युद्धों में इस्तेमाल राइफल्स, मशीन गन व शहीदों की वीर गाथा का अवलोकन किया। भ्रमण कार्यक्रम में अनन्तवीर जैन, कमल कल्ला, वीरेंद्र किराडू, महावीर पुरोहित आदि शामिल हुए।